परीक्षकों के लिए बोर्ड परीक्षा में लागू होंगे कड़े नियम

सभी परीक्षकों का आईकार्ड भी होगा कंप्यूटराइज्ड

Meerut। फर्जी परीक्षार्थियों के साथ ही फर्जी परीक्षकों को रोकने के लिए भी माध्यमिक शिक्षा परिषद ने 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में कई बड़े बदलाव किए हैं। इसके मद्देनजर जिले में पहली बार परीक्षार्थियों के साथ ही परीक्षकों को भी अलग से कोड दिया जाएगा। परिषद का मानना है कि इससे फर्जी परीक्षकों पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सकेगी।

इस बार होगी विशेष कोडिंग

इस सत्र की बोर्ड परीक्षाओं में शिक्षकों की ड्यूटी प्रक्रिया में भी बदलाव किया जा रहा है। ड्यूटी करने वाले शिक्षकों की विशेष कोडिंग की जा रही है। इस कोड को सीधे कंप्यूटर पर परीक्षक के आधार कार्ड से लिंक किया जाएगा। लिंक कोड से परीक्षक का पूरा ब्योरा शासन व बोर्ड विभाग के पास सेव होगा। परीक्षा के दौरान अगर परीक्षक संदिग्ध पाया गया तो कोड की मदद से वह सीधे पकड़ में आ जाएगा।

कंप्यूटराइज्ड आईकार्ड

बोर्ड परीक्षा में सम्मिलित होने वाले सभी परीक्षकों का आईकार्ड कंप्यूटराइज्ड होगा। इसके लिए शिक्षा विभाग पहले ही शिक्षकों का ब्योरा जमा कर रहा है। इसके आधार पर विभाग सभी शिक्षकों को विशेष कोड जारी करेगा। इस कोड से ही परीक्षक पहचाने जाएंगे। परीक्षक के आईकार्ड के साथ ही बोर्ड कार्यालय में यह कोर्ड रजिस्टर किया जाएगा।

विभाग तय करेगा

इस बार परीक्षा में निरीक्षकों की ड्यूटी का चयन शिक्षा विभाग ही करेगा। इसके लिए बकायदा बोर्ड की ओर से परीक्षकों की सूची तैयार की जा रही है। वहीं किसी भी परीक्षक की ड्यूटी उसके सेंटर पर नहीं लगेगी। कक्षों में बच्चों की संख्या के हिसाब से परीक्षक नियुक्त किए जाएंगे। जबकि परीक्षा विषय के शिक्षकों की ड्यूटी भी नहीं लगाई जाएगी।

हमने सभी स्कूलों से शिक्षकों का कंप्यूटराइज्ड डाटा मंगवाया है। इसके जरिए सभी परीक्षकों को कोड दिए जाएंगे। इन कोड के जरिए ही बोर्ड परीक्षा में निरीक्षकों की ड्यूटी लगेगी। फर्जी शिक्षकों को निरीक्षण से रोका जाएं, इसके लिए यह व्यवस्था की गई हैं। जिले में बोर्ड परीक्षा के लिए 109 सेंटर बनाए गए हैं।

सरदार सिंह, डीआईओएस, मेरठ