-सुरेन्द्र और कमल भल्ला मर्डर केस में साइंटिफिक एविडेंस की तलाश

-पुनीत के जीजा अमित रस्तोगी की फिंगर प्रिंट पुलिस ने ली

-कातिलों के फिंगर प्रिंट से मैच कराने के लिए भेजी जा रही लैब

ALLAHABAD: सीनियर सिटीजन सुरेन्द्र और उनकी वाइफ कमल भल्ला मर्डर केस में पुलिस अब साइंटिफिक एविडेंस के सहारे केस की गुत्थी सुलझाने में जुट गई है। पुनीत और उसकी दोनों बहनों से पूछताछ के बाद अब उसके जीजा निशाने पर हैं। पूछताछ के बाद कोई क्लू न मिलने के बाद पुलिस ने उनका फिंगर प्रिंट लिया है। उसे लैब भेज कर कातिलों के फिंगर प्रिंट से मिलान कराया जाएगा। अगर फिंगर प्रिंट मैच कर गए तो कहानी में नया मोड़ आ जाएगा।

सभी ने बताई अपनी कहानी

दंपति मर्डर केस के बाद इलाहाबाद में रहने वाली बेटी कल्पा ने पुलिस को भ्रमित दिया था। उसने अपने भाई पुनीत और छोटी बहन अल्पा के खिलाफ ही मर्डर का केस दर्ज करा दिया था। पुनीत पर वह शुरू से ही तरह-तरह के आरोप लगा रही थी। लेकिन जब पुनीत पैरेंट्स के मर्डर की जानकारी मिलते ही इलाहाबाद पहुंचा तो उसने खुद को पाक साफ बताया। पुलिस को भी पुनीत के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला। यही नहीं मर्डर की रिपोर्ट दर्ज कराने वाली बहन कल्पा ने पुलिस को रिटेन में दे दिया कि उसने वारदात के बाद आक्रोश में आकर नामजद रिपेार्ट दर्ज करा दी थी।

सभी हो गए एक

इस कहानी में एक और मोड़ उस वक्त आ गया जब सभी भाई-बहन एक हो गए। पुनीत के खिलाफ पुलिस के पास कोई सुबूत नहीं था। ऐसे में उसकी बहन कल्पा खुद को फंसता देख अपने कदम खीच लिए। सभी ने मिलकर एसएसपी से गुहार लगाया कि कातिल कोई और है। फिर इसमें कल्पा के दूसरे पति अमित रस्तोगी का नाम प्रकाश में आया। अमित के खिलाफ कमल भल्ला के रूम से एक लेटर भी मिला था जिसमें उसने जान से मारने की धमकी भी दी थी। इसी बेस पर अमित को अरेस्ट कर जेल भेजने की कार्रवाई शुरू हो गई।

अमित से पूछताछ जारी

मुट्ठीगंज पुलिस ने अमित की तलाश शुरू कर दी। कुछ दिनों बाद वह पुलिस के हत्थे चढ़ा। पुलिस उसे कस्टडी में लेकर पूछताछ करती रही लेकिन वह भी खुद को बेगुनाह बताता रहा। अब पुलिस के पास कोई आप्शन नहीं बचा। पुलिस ने शक के आधार पर फोरेंसिक एक्सपर्ट को बुलाया। अमित पर पुलिस को शक था, इसलिए अमित का फिंगर प्रिंट लिया गया। मुट्ठीगंज पुलिस दंपति के बॉडी और सामानों पर मिले कातिलों के फिंगर प्रिंट से उसे मैच करा रही है। ताकि यह पता चल सके कि अमित का मर्डर केस में क्या रोल है।

कातिलों की तलाश जारी

पूर्व एसओ समीर सिंह के हटने के बाद नए एसओ धर्मेन्द्र प्रताप सिंह ने कमान संभालते ही एक बार फिर से डबल मर्डर केस की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस के पास किसी भी आरोपी के खिलाफ कोई सुबूत नहीं है। एसओ ने बताया कि फिंगर प्रिंट की रिपेार्ट आने के बाद आगे की प्लानिंग होगी। हालांकि पुलिस को इस बात पूरा यकीन है कि इस मर्डर केस में फैमिली मेम्बर्स में कोई ना कोई शामिल जरूर है। लेकिन कत्ल किसी बाहरी से कराया गया है। अब पुलिस कत्ल करने वाले की तलाश में जुट गई है। उस कातिल की अरेस्टिंग के बाद ही राज खुलेगा कि डबल मर्डर केस में किस व्यक्ति का हाथ था और उसे क्या फायदा मिलने वाला था।