- परीक्षार्थियों ने हाईवे स्थित कॉलेज प्रशासन पर लगाया वूसली का आरोप

- एग्जाम देने से रोके गए स्टूडेंट्स ने मंगलवार को फिर की वीसी से मुलाकात

आगरा। हाईवे स्थित एनएचएमसी (नेमिनाथ होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज)द्वारा बीएचएमएस के फाइनल ईयर के विद्यार्थियों से हजारों रुपये वूसली का मामला प्रकाश में आया है। मंगलवार को परीक्षा से वंचित विद्यार्थियों ने कुलपति से मुलाकात की, लेकिन उन्हें निराश होना पड़ा।

आदेश को बना लिया वसूली का जरिया

डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी के कुलपति अरविन्द दीक्षित द्वारा परीक्षा में शामिल होने के लिए 80 फीसदी उपस्थिति का फरमान जारी किया था। जिसे एनएचएमसी प्रबंधन ने वसूली का जरिया बना लिया है। अनुपस्थिति और उपस्थिति के खेल में विद्यार्थियों से हजारों रुपये वूसल किए जा रहे हैं। कॉलेज में शनिवार से बीएचएमएस की परीक्षा शुरू करा दी गई हैं। रुपये नहीं देने वाले 13 परीक्षार्थियों को वंचित रखा गया है।

आश्वासन देकर पीछे हटे वीसी

परीक्षा से वंचित विद्यार्थियों ने मंगलवार को कुलपति से मुलाकात की। उनका कहना है कि उन्होंने शनिवार को भी कुलपति से इस संबंध में बात की थी। उन्होंने कॉलेज संचालक के खिलाफ कार्रवाई के साथ वंचित विद्यार्थियों को परीक्षा में शामिल कराने का आश्वासन दिया था। लेकिन, कॉलेज डायरेक्टर प्रदीप गुप्ता द्वारा रविवार को कुलपति से बात की गई थी। इसके बाद से कुलपति ने विद्यार्थियों की एक नहीं सुनी, मंगलवार को भी पीडि़त विद्यार्थियों ने कुलपति के समक्ष फरियाद की थी।

जबरन लगाई जा रही है एबसेंट

विद्यार्थियों का कहना है कि उनकी अनुपस्थिति दर्शाकर वसूली के लिए दबाव बनाया जा रहा है। जबकि उनसे कम अटेंडेंस वाले विद्यार्थियों को परीक्षा में शामिल कर लिया गया है। विद्यार्थियों का आरोप है कि एक फीसदी उपस्थिति के एक हजार रुपये वसूल किये जा रहे हैं। पीडि़त स्टूडेंट्स ने ऐसे विद्यार्थियों की सूची सौंपी है, जिसमें ऐसे विद्यार्थियों को परीक्षा में शामिल किया है, जिनकी उपस्थिति प्रतिशत जीरो से सात प्रतिशत के बीच है।