राज्यपाल और सीएम ने किया कार्यक्रम का शुभारंभ

LUCKNOW :

राजभवन में आयोजित दो दिवसीय महाराष्ट्र दिवस समारोह का शुभारंभ प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक और सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया। एक व दो मई मई को आयोजित दो दिवसीय महाराष्ट्र दिवस समारोह का आयोजन उत्तर प्रदेश शासन, महाराष्ट्र शासन, महाराष्ट्र समाज लखनऊ और भातखंडे संगीत संस्थान सम विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।

यूपी के लिये मराठी भाषियों का बड़ा योगदान

राज्यपाल नाईक ने महाराष्ट्र व यूपी के पुराने संबंधों को याद करते हुए कहा कि यूपी में मराठी भाषी लोगों का भी बड़ा योगदान है। राज्यपाल ने रानी लक्ष्मी बाई, अहिल्या बाई होल्कर, तात्या टोपे, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक, बाबूराव पराड़कर, पं। विष्णु दिगम्बर पलुस्कर, पं। विष्णुनारायण भातखंडे के योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने काशी के प्रसिद्ध विश्वनाथ मंदिर के पुनरोद्धार में अहिल्याबाई होल्कर के योगदान को भी याद दिलाया। कहा कि अंग्रेजों ने 1857 के समर को बगावत घोषित किया था लेकिन, महाराष्ट्र के सपूत वीर सावरकर ने अपनी पहली बार अपनी पुस्तक में इसे प्रथम स्वतंत्रता समर बताया। इस मौके पर सीएम योगी ने यूपी की जनता की ओर से बधाई देते हुए कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के सांस्कृतिक एकता के लिये 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' का संकल्प लिया है। जिसके तहत यूपी और महाराष्ट्र राज्य के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिये एमओयू हुआ है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र संतों की परंपरा का वाहक है। इस मौके पर इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डॉ। डीबी भोसले, डिप्टी सीएम डॉ। दिनेश शर्मा, महाराष्ट्र के संस्कृति, उच्च शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े प्रमुख रूप से मौजूद रहे।