- विभाग के अलर्ट के बाद प्रशासन ने बाढ़ चौकियों को एक्टिव रहने के दिए निर्देश

-पहाड़ों से सटे जिलों में 80 से 100 एमएम बारिश होनी की है संभावना

BAREILLY:

आंचलिक मौसम विज्ञान विभाग एवं अनुसंधान केंद्र लखनऊ के मौसम विज्ञानियों ने आने वाले दिनों में प्रदेश के पहाड़ों से सटे जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। इन जिलों में बरेली का नाम भी शामिल है। वहीं भारी बारिश होने का अलर्ट जारी होते ही बरेली में प्रशासनिक अमला हरकत में आ गया है। प्रशासन ने तमाम प्राकृतिक आपदा नियंत्रण प्रकोष्ठ समेत तहसील क्षेत्रों के तहत आने वाली सभी बाढ़ चौकियों को आपदा के उचित प्रबंधन के निर्देश जारी कर दिए हैं। हालांकि, बारिश प्रदेश के किस एरिया में सर्वाधिक कहर बरपाएगी, इसका स्पष्ट उल्लेख नहीं किया है। लेकिन पर्वतीय क्षेत्रों से सटे हुए मैदानी क्षेत्रों में सर्वाधिक बारिश की संभावना है।

भारी बारिश की मुख्य वजहें

आंचलिक मौसम विभाग केंद्र के डायरेक्टर जेपी गुप्ता के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से लो प्रेशर एरिया का सर्कुलेशन न बन पाने की वजह से बादल काफी ऊंचाई पर मंडरा रहे हैं। जिसके चलते थर्सडे देर शाम को हल्का लो प्रेशर जोन बनने से प्रदेश के कई इलाकों में बारिश हुई, लेकिन सर्कुलेशन से केवल हल्की मात्रा में बारिश हुई। जबकि इसे मॉडिरेट चरण में होना था। यानि इसे करीब एक से डेढ़ घंटे तक लगातार तेजी से जारी रहना चाहिए था। जिसकी वजह से 16 जुलाई को हेवी रेन यानि दिन भर तेज बारिश होने की संभावना है। अनुमान के मुताबिक पहाड़ों से सटे जिलों में करीब 80 से 100 एमएम बारिश होनी की संभावना है।

बन जाएगा अलग रिकॉर्ड

अगर मौसम विज्ञान अनुसंधान केंद्र की ओर से जारी यह अलर्ट सच साबित हुआ तो इससे पिछले 44 वर्षो का रिकॉर्ड धराशायी हो जाएगा। क्योंकि मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक आधा जुलाई गुजरने तक करीब 40 एमएम तक बारिश हो चुकी है। वहीं, अभी आधा जुलाई बीतने को है। जिसमें विभाग ने 20 जुलाई तक 80 एमएम बारिश की संभावना जताई है। वहीं, शेष 10 दिनों में विभाग ने सामान्य बारिश की बात कही है। यानि जुलाई माह में करीब 2 सौ एमएम से ज्यादा बारिश होने की संभावना है। जबकि अभी तक के वर्षो के जुलाई में बारिश का डाटा देखें तो केवल सौ से डेढ़ सौ एमएम ही बारिश का रिकॉर्ड दर्ज किया गया है।

फ्राइडे शाम बरसी राहत

फ्राइडे को सुबह से ही बारिश का सिलसिला शुरू हो गया था, लेकिन दोपहर को उत्तर-पूर्व से चल रही हवा से हुई उमस ने लोगों को बेहाल कर दिया। हालांकि देर शाम शहर में लो प्रेशर जोन बना और पश्चिमी विक्षोभ हावी होने से झमाझम बारिश का तोहफा शहर वासियों को मिला। बारिश होने से तापमान भी तेजी से लुढ़कने से लोगों को तपती गर्मी और उमस से काफी हद तक राहत मिली। सुबह से ही हो रही बारिश से तापमान में करीब 1 डिग्री की गिरावट दर्ज हुई। वेदर एक्सपर्ट ने आगामी दिनों में बारिश की संभावना और धूप होने के बाद उमस की आशंका जताई है। फ्र ाइडे को अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 25.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।