-महिला जिला हॉस्पिटल में अल्ट्रासाउंड न होने से थी परेशान, तीन बार लगा चुकी थी हॉस्पिटल का चक्कर

-हॉस्पिटल का इंस्पेक्शन कर लौट रहे कमिश्नर की रुकवाई कार, आखिरकार किया गया अल्ट्रासाउंड

VARANASI:

कमिश्नर आरएम श्रीवास्तव सोमवार को महिला जिला हॉस्पिटल में औचक निरीक्षण पर थे। इस दौरान उन्होंने हॉस्पिटल का इंस्पेक्शन किया। इसके बाद गेट के पास कार में सवार होकर वह आगे बढ़ने ही वाले थे कि तभी चोलापुर निवासी सोनी यादव व उसके पति ने उनकी कार रोक दी। सोनी यादव ने कमिश्नर से कम्पलेन करते हुए कहा कि उसका अल्ट्रासाउंड नहीं किया जा रहा है व उसे तीन बाद मायूस होकर लौटना पड़ा। इतना सुनते ही कमिश्नर कार से उतरे और सीधे जा पहुंचे अल्ट्रासाउंड सेंटर। वहां पहुंच उन्होंने इस लेडीज पेशेंट को लौटाये जाने का कारण पूछा तो डॉक्टर्स ने सफाई देते हुए कहा कि एक दिन में सिर्फ चालीस अल्ट्रासाउंड ही किए जाते हैं। इस पर कमिश्नर ने डॉक्टर्स पर सवाल दागा कि अगर प्राइवेट हॉस्पिटल होता तो क्या तब भी यही व्यवस्था होती? उन्होंने डॉक्टर्स को चेताया कि यदि किसी कारणवश पहले दिन पेशेंट का अल्ट्रासाउंड नहीं हुआ तो दूसरे दिन हर हाल में होना चाहिए। आखिरकार, सोनी यादव का अल्ट्रासाउंड किया गया।

ब्लैक लिस्टेड करने का ऑर्डर

लेडीज डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल कबीर चौरा में इंट्री करते ही जगह-जगह कूड़े का ढेर व चोक सीवर देख कमिश्नर आरएम श्रीवास्तव का पारा चढ़ हो गया। वह वहां की साफ-सफाई के बदइंतजामों से खासे खफा दिखे। इमरजेंसी वार्ड में पहुंचते ही ऑक्सीजन सिलेंडर की जांच के दौरान चाभी गायब देख उन्होंने सीएमएस को जमकर लताड़ लगाई। कैंपस में चल रहे कंस्ट्रक्शन वर्क में लापरवाही बरतने पर एडी हेल्थ को कॉन्ट्रेक्टर राजेश सिंह को ब्लैक लिस्टेड करने का ऑर्डर दिया।

जब कमिश्नर रह गए हैरान !

महिला हॉस्पिटल के सेकेंड फ्लोर पर हैंडीक्राफ्ट सर्टिफिकेट बनाए जाने का ऑफिस देख कमिश्नर दंग रह गए। उन्होंने तुरंत विकलांगों की फैसिलिटी के लिए ऑफिस को ग्राउंड फ्लोर पर शिफ्ट करने का ऑर्डर दिया। इस दौरान वार्ड में बेड-टू-बेड पेशेंट्स को दी जाने वाली दवा व इंजेक्शन के लिए सीलबंद पड़ी मोबाइल आलमारी को देख गहरी नाराजगी जताई और तत्काल उसे एक्टिवेट कराने का सीएमएस को ऑर्डर दिया। इंस्पेक्शन के दौरान एडी हेल्थ डॉ। बी.राय, सीएमएस डॉ। कृष्ण प्रिया शुक्ला, डॉक्टर्स व स्टॉफ मेंबर्स शामिल रहे।