- ब्रह्मापुर के बकसुडी में जेसीबी से हो रही पोखरे की खुदाई

- मजदूरी का भुगतान हो रहा मनरेगा से, 250 रुपए ट्राली बेची जा रही मिट्टी

BRAHMPUR: ब्रह्मापुर के ग्राम बकसुडी के टेढवा ताल में मंगलवार को पोखरे की खुदाई का कार्य हुआ। गांव के जिम्मेदार मनरेगा के तहत खुदवाए जाने वाले पोखरे को जेसीबी से खुदवाकर दोहरा लाभ कमा रहे है वहीं मनरेगा को लेकर सरकार की मंशा को भी चोट पहुंचा रहे हैं। पोखरे को जेसीबी मशीन से खोदा गया। कुछ मेड़बदी मजदूरो से कराई गई। ग्राम पंचायत सदस्य व ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम प्रधान ने जेसीबी मशीन से पोखरा खुदवाया है। प्रधान इससे निकली मिट्टी को 250 रुपए प्रति ट्राली बेच रहे हैं। ग्रामीणो ने जिले के अधिकारियोँ से इस मामले की जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है।

एक लाख 93 हजार का बजट

बकसुडी टेढवा ताल र्म पोखरे की खुदाई का काम एक लाख 93 हजार तीन सौ 34 रुपए में होना था। यह कार्य जीर्णोद्धार योजना के तहत मनरेगा मजदूरों द्वारा कराया जाना था। इसकी स्वीकृति 23 मई को मिली थी।

ग्रामीणों में आक्रोश

ग्राम पंचायत सदस्य रामनाथ निषाद, पवन अवस्थी, विमल किशोर पांडेय सहित गांव के लोगो का कहना है कि इस ताल में करीब एक महीने से कार्य चल रहा है समय-समय पर जेसीबी द्वारा पोखरे की खुदाई की जा रही है। कभी कभी दो चार लेबर मेढ़बंदी करते हैं। इस पोखरे से निकली हुई मिट्टी को दो सौ पचास रुपए प्रति ट्राली जदुपुर, जमरू, मिशौलिया आदि गांवों में बेची गई है। कुछ मिट्टी प्रधान अपने दरवाजे पर रखे हैं।

कैसे रुके पलायन?

गांवों से पलायन रोकने और हर हाथ को काम देने के लिए सरकार की ओर स चलाई जा रहरी मनरेगा और मानव सृजन दिवस योजना का गांव में जमकर माखौल उड़ाया जा रहा है। वहीं महीने भर से चल रहे इस कार्य की प्रशासन को भनक तक नहीं है।

ताल दो गाटा संख्या में है। मैं जिस गाटे मे काम करा रहा हूं वह दूसरा है। जहां जेसीबी चलने की बात है वहां दूसरे गांव का व्यक्ति मिट्टी बेच रहा है।

- सुन्दर सिंह, ग्राम प्रधान

इस पोखरे का इस्टीमेट पूर्व ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा बनाया गया है। मैं अभी छुट्टी पर हूं आने के बाद ही बता पाऊंगा।

- सुनील कुमार शुक्ल, ग्राम पंचायत अधिकारी

यह मामला मेरे सज्ञान में नहीं है। अगर ऐसा हुआ है तो जांच कर कार्यवाही की जाएगी और भुगतान रोक दिया जाएगा।

- सीता राम सिंह, बीडीओ, ब्रह्मपुर