आई एक्सक्लूसिव

-परिवहन नीर की हो रही अवैध तरीके से खुले बाजार में बिक्री

-शराब के ठेकों के पास दुकानों पर बिक रहा परिवहन नीर

-बस अड्डे पर बिक रहा दूसरी कंपनियों का पानी

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देहरादून

कमिशनखोरी और कालाबाजारी का नजारा देखिए। जो परिवहन नीर राज्य के रोडवेज बस अड्डों और रोडवेज बसों में यात्रियों को बेचा जाना चाहिए वो देहरादून में शराब के ठेकों के बाहर लगी रेहडि़यों पर बिक रहा है। अब सवाल ये है कि आखिर ये पानी यहां आ कहां से रहा है। दरअसल रोडवेज के कर्मचारी खुद ही ये पानी शराब ठेकों के बाहर लगी रेहडि़यों पर बेच रहे हैं और अपनी जेब भर रहे हैं।

जगह-जगह है सप्लाई

शराब की दुकान के बाहर ठेली लगाने वाले एक दुकानदार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि रोजाना परिवहन नीर की पानी की बोतले बेचने के लिए बाकायदा गाड़ी आती है और अलग अलग ठेलियों पर इसकी सप्लाई की जाती है। हम भी रोजाना 10 से 12 पेटियों का ऑर्डर देते हैं। एक पेटी में 12 बोतलें होती हैं और एक बोतल पर पांच रुपये हमको बच जाते हैं। हम फोन पर ऑर्डर लिखा देते हैं और पानी की पेटियां हमारी ठेली तक आ जाती हैं। ठेली वाले ने बताया कि रोज इस पानी की सप्लाई होती है। बाकायदा एक गाड़ी में पेटियां भरकर आती हैं और पूरे इलाके में बेची जाती हैं।

वर्जन

मेरे संज्ञान में दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ऐसा पहला मामला लाया है। किसी भी हालत में परिवहन नीर बाहर की दुकानों में नहीं बेचा जा सकता। जिस तरह रेल नीर सिर्फ रेलवे स्टेशन और रेलगाडि़यों में मिलता है उसी तरह परिवहन नीर भी सिर्फ बस अड्डों और निगम की बसों में बेचा जा सकता है। मैं तुरंत मामले की छानबीन कराता हूं और इस बारे में पुलिस को भी जानकारी देता हूं। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

-बृजेश कुमार संत, एमडी, उत्तराखंड परिवहन निगम