- दिव्यांगों के लिए यूनिवर्सिटी ने बढ़ाया एक और कदम

- तीन सदस्यीय कमेटी सर्वे के आधार पर देगी रिपोर्ट

- यूनिवर्सिटी में दिव्यांगों के लिए रैंप के साथ दी जानी है दूसरी सुविधाएं

GORAKHPUR: डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में नए सेशन से दिव्यांग परेशान न हों इसके लिए तेजी से जिम्मेदार कदम आगे बढ़ा रहे हैं। दो दिन पहले विभागों में लेटर जारी करने के साथ ही अब रजिस्ट्रार ने दिव्यांगों की सुविधाओं का खाका तैयार करने के लिए एक कमेटी बनाई है। प्रो। हिमांशु चतुर्वेदी की अध्यक्षता में बनी इस कमेटी में प्रो। हर्ष सिन्हा और डॉ। दिव्यारानी सिंह को मेंबर बनाया गया है। यह कमेटी उन जगहों को चिन्हित करेगी, जहां रैंप की जरूरत है। वहीं दूसरी सुविधाओं की लिस्ट बनाकर भी जिम्मेदारों को सौंपेगी। रजिस्ट्रार की पहल पर अब सभी विभागों में उनके बैठने और पढ़ने-लिखने के लिए भी खास इंतजाम किए जाएंगे। उम्मीद की जा रही है कि नेक्स्ट सेशन तक सारी प्रॉसेस कंप्लीट हो जाएगी और कैंडिडेट्स को नए सेशन से सुविधाएं मिलने लगेंगी।

सभी विभागों को भेजा गया लेटर

दिव्यांगों को सुविधाएं मुहैया कराए जाने के लिए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने अपने लेवल पर सभी जगह रैंप बनवाने की तैयारियां शुरू की हैं। वहीं रजिस्ट्रार ने सभी विभागों को लेटर जारी कर दिव्यांगों के लिए जरूरी सुविधाओं की लिस्ट मांगी है, जिससे वह सुविधाएं समय से विभाग में अवेलबल कराई जा सकें, जिससे कि नए सेशन में इस तरह के कैंडिडेट्स को किसी तरह की प्रॉब्लम का सामना न करना पड़े।

अभी होना पड़ता है परेशान

गोरखपुर यूनिवर्सिटी में दिव्यांग कैंडिडेट्स के लिए अभी कुछ बहुत जरूरी व्यवस्थाओं के अलावा कोई सुविधा नहीं है। यहां उनके लिए जो रैंप हैं, वह भी किसी काम के नहीं हैं। सीढि़यों पर ऊपर चढ़ने के लिए अलग से कोई इंतजाम भी मौजूद नहीं हैं। दिव्यांग कैंडिडेट्स काफी मुश्किल से सीढि़यां चढ़कर क्लासेज में पहुंचते हैं और फिर उसी मुश्किल से नीचे वापस लौटकर अपने घरों को जाते हैं। ऐसा करना मजबूरी इसलिए है क्योंकि कुछ डिपार्टमेंट ही सेकेंड या थर्ड फ्लोर पर मौजूद हैं, लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदारों ने वहां पहुंचने के कोई जरूरी इंतजाम नहीं किए।

वर्जन

सभी विभागों में दिव्यांगों की जरूरतों को प्वॉइंट आउट करने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी फॉर्म की गई है। उन्हें जो सुविधाओं की आवश्यकता है, उसको प्वॉइंट आउट किया जाएगा और उन्हें छात्रों के लिए अवेलबल कराया जाएगा। नए सेशन से यूनिवर्सिटी में दिव्यांगों के लिए सभी मूलभूत सुविधाएं मौजूद रहेंगी।

- शत्रोहन वैश्य, रजिस्ट्रार, डीडीयूजीयू