- मेरठ के रवि कुमार और गरिमा चौधरी ने दी कॉमनवेल्थ गेम्स में मायूसी

- रवि कुमार ने शूटिंग में गोल्ड की उम्मीद जगाते-जगाते ब्रांज भी खोया

- गरिमा चौधरी ने जूडो में रेपसाज में भी हारने के बाद ब्रांज खोया

Meerut: कॉमनवेल्थ गेम्स में पहले दिन भारतीयों के शानदार प्रदर्शन के बाद दूसरे दिन मेरठी एथलीटों से शानदार प्रदर्शन की उम्मीदें थी। शूटिंग में रवि कुमार और जूडो में गरिमा चौधरी ने शुक्रवार को देश को मायूस कर दिया। हालांकि रवि कुमार ने तो गोल्ड की आस जगाते-जगाते अंत में ब्रांज भी गंवा दिया।

रवि ने चौंकाया

शूटिंग के क्0मी। एयर राइफल इवेंट में मवाना के रवि कुमार ने क्वालीफाइंग राउंड में दमदार प्रदर्शन दिखाया। वह चौथे नंबर पर रहे और फाइनल में अभिनव बिंद्रा के साथ पहुंचे। फाइनल में क्0 राउंड तक रवि कुमार ने सभी को चौंकाते हुए पहला स्थान बनाए रखा। जबकि अभिनव बिंद्रा दूसरे स्थान पर बने रहे। लेकिन ग्यारहवें राउंड में रवि कुमार का अनुभवहीन होना उन्हें ले डूबा और वह अभिनव के बाद दूसरे स्थान पर आ गए। लेकिन अभिनव फिर वापसी करने में कामयाब नहीं हो सके। जिससे रवि कुमार को इंग्लैंड के डी.राइवर्स ने ब्रांज की दावेदारी से भी बाहर कर दिया। जिससे उन्हें ब् नंबर पर संतुष्ट होना पड़ा।

गरिमा ने किया निराश

कैलाश पुरी निवासी गरिमा चौधरी ने जूडो के म्फ् किग्रा किलोभार में निराशाजनक प्रदर्शन किया। गरिमा ने अंतिम क्म् में एक भी अंक हासिल नहीं किया था, लेकिन विरोधी खिलाड़ी के ज्यादा पैनल्टी के आधार पर वह अंतिम आठ में पहुंची। लेकिन अंतिम आठ के मुकाबले में उन्हें स्कॉटलैंड की प्लेयर से क्-0 से हार का सामना करना पड़ा। लेकिन उम्मीदें रेपसाज से बरकरार थी, लेकिन रेपसाज में क्-0 से हराने के बाद ये उम्मीदें भी खत्म हो गई।

बेटी से उम्मीद थी, उसने अपना क्षत प्रतिशत दिया मुझे इसकी खुशी है।

सतेश चौधरी, गरिमा की मां