- प्याऊ बनाने को लेकर दो समुदाय के लोगों में हुआ खूनी टकराव

- दोनों वर्गो में जमकर हुई फायरिंग और पथराव

- पथराव में 45 से अधिक लोग घायल, तीन गंभीर

-एक दुकान, दो बाइकों लगाई आग, सर्राफा की दुकान में लूटपाट

- फिर फेल हुई पुलिस, फोर्स के सामने भी होता रहा टकराव

Meerut : सिटी के मोहल्ला तीर गरान और गुदड़ी बाजार में प्याऊ बनाने को लेकर दो समुदाय के लोग शनिवार की दोपहर आमने-सामने आ गए। दोनों वर्गो के बीच करीब दो बजे विवाद शुरू हुआ। कई बार धक्कामुक्की भी इस दौरान हुई। उधर, विवाद की सूचना पर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंची और लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन मामला बढ़ता गया और करीब तीन बजे उग्र रूप धारण कर लिया। दोनों वर्गो के लोगों में मारपीट के साथ पथराव शुरू हो गया। पथराव होते ही तीरगरान और गुदड़ी बाजार में भी लोग बड़ी संख्या में आमने सामने आ गए और टकराव शुरू हो गया। उधर, पथराव के दौरान ही दोनों ओर से फायरिंग भी शुरू हो गई। इससे मौके पर भगदड़ गई और बाजार बंद हो गए। उधर, घटना की सूचना के काफी देर बाद आईजी, एसएसपी, डीएम आदि भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। फोर्स के सामने भी दोनों पक्षों के बीच भिड़ंत जारी थी।

पहले से भड़क रही थी आग

मोहल्ला तीरगरान में रंगरेजान मस्जिद के बाहर स्थिति कुएं पर प्याऊ को लेकर पहले भी दोनों वर्गो के लोगों में विवाद हो चुका है। शनिवार को विशेष समुदाय के लोगों द्वारा प्याऊ स्थल की बाउंड्री कराकर गेट लगाने को लेकर मामला भड़क गया। मौके पर आए दूसरे वर्ग के लोगों ने गेट और बाउंड्री करने का विरोध किया। इस दौरान मौके पर पुलिस भी पहुंची और लोगों को शांत कराने का प्रयास भी किया, लेकिन मामला भड़क गया। दोनों वर्गो के लोगों के मौके पर जमा होते ही मामला विस्फोटक हो गया और टकराव शुरू हो गया।

मारपीट, पथराव और फायरिंग

मौके पर जमा दोनों वर्गो के लोगों के बीच पहले नोकझोक शुरू हुई, इसके बाद धक्कामुक्की और फिर मारपीट शुरू हो गई। इस बीच मौके पर मौजूद युवकों ने एक दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया। पथराव होते ही मौके पर भगदड़ मच गई और लोगों ने मोरचा लेकर एक दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया। इस बीच बड़ी संख्या में लोग अपने घरों से निकल आए और फायरिंग शुरू कर दी। मौके पर पुलिस भी मौजूद थी, लेकिन पथराव शुरू होते ही पुलिस कर्मी अपनी जान बचाने के लिए मौके से भाग खड़े हुए।

गलियां बन गईं जंग का मैदान

मोहल्ला तीनगरान की तंग गलियां शनिवार की दोपहर दो वर्गो की भिड़ंत से जंग का मैदान बन गई। दोनों समुदाय के लोग गलियों में आमने-सामने आ डटे और जमकर पथराव किया। पथराव और फायरिंग के दौरान कई बार दोनों वर्ग एक दूसरे पर हावी होते दिखे। भिड़ंत के दौरान एक वर्ग के लोगों की संख्या अधिक होने पर दूसरे वर्ग के लोगों को काफी दूर तक खदेड़ा, लेकिन दूसरे वर्ग की संख्या बल बढ़ते ही फिर दोनों में जमकर पत्थरबाजी हुई। उधर, गलियों में होते घमासान के दौरान लोग अपने घरों के गेट बंद कर छतों पर आ गए और कई घरों से पथराव भी किया गया।

पत्थरों ने दी जंग की गवाही

करीब दो घंटे तक जारी रही भिड़ंत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जब अधिकारी फोर्स को लेकर मौके पर पहुंचे तब तक मोहल्ले की गलियां पत्थरों से पट चुकी थी। फोर्स ने मौके पर आते ही पहले पत्थरों को हटाया और पथराव करते लोगों को लाठी फटकार कर भगाया। इस दौरान पुलिस को भी लोगों के पथराव का सामना करना पड़ा और कई पुलिस कर्मी पत्थर लगने से चोटिल भी हुए।

लूटपाट कर लगाई आग

बवाल के दौरान उपद्रवियों ने मोहल्ला स्थित हलवाई ज्ञान सिंह की दुकान को आग के हवाले कर दिया। इसके अलावा संजय सर्राफ की दुकान में भी लूटपाट की। इसके अलावा टकराव के दौरान दो बाइकों को भी आग के हवाले कर दिया गया और कई दुपहिया वाहनों में जमकर तोड़फोड़ की गई। उधर, कई लोग हथियार लेकर कई दूसरे वर्ग के घरों में घुस गए और महिलाओं से मारपीट कर तोड़फोड़ भी की।

बवाल में भ्0 घायल

दो वर्गो के बीच दो घंटे चली भिडं़त के दौरान दोनों ओर से करीब पचास लोग घायल हो गए। इसमें सात गोली लगने से गंभीर हालत में है और सिटी के विभिन्न अस्पतालों में उनका इलाज चल रहा है। जबकि कई घायल पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए मौके से गायब हो गए। डीएम ने भी बवाल में कई लोगों के घायल होने की बात स्वीकार की है।

पुलिस फिर फेल

प्याऊ को लेकर हुए उपद्रव की सूचना पुलिस को पहले से ही थी। दोपहर के समय विवाद शुरू होने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को हल्के में लिया। मामला गंभीर होने और भिड़ंत होने के दौरान भी पुलिस अपनी जान बचाने के लिए मौके से भाग गई। उधर, घटना स्थल से कोतवाली का फासला ज्यादा नहीं है, उसके बाद भी पुलिस फोर्स को मौके पर पहुंचने में काफी समय लगा और भिड़ंत ने भीषण रूप धारण कर लिया।

अफसर दिखे असहाय

बवाल की सूचना पर काफी देर बाद पहुंची जिले के तमाम बडे़ अधिकारी उपद्रव को संभालने में असहाय दिखे। आईजी, डीएम, एसएसपी भारी फोर्स को लेकर मौके पर पहुंचे, लेकिन उनके सामने भी दोनों वर्गो के बीच भिड़ंत जारी रही। तालमेल के अभाव में काफी देर बाद पुलिस हरकत में आई और उपद्रव करते लोगों को पकड़ने के स्थान पर मौके से खदेड़ना शुरू किया। उधर, डीएम नवदीप रिणवा और एसएसपी ओंकार सिंह को लोगों के विरोध का सामना भी करना पड़ा। लोगों ने लापरवाही का आरोप लगाकर अधिकारियों के साथ धक्कामुक्की की।

तनावपूर्ण नियंत्रण

तीरगरान और गुदड़ी बाजार में हुए बवाल के बाद प्रशासन ने भारी फोर्स तैनात कर दी है। डीएम ने बताया कि बवाल के बाद भ् कंपनी आरपीएफ, भ् कंपनी सीआरपीएफ, क्0 कंपनी पीएसी के साथ म्00 कांस्टेबल और अधिकारियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा पड़ोसी जनपदों से भी पुलिस फोर्स बुलाई गई है। साथ ही मुजफ्फरनगर में हुए दंगे के बाद तैनात किए गए एक्सपर्ट को भी मेरठ बुलाया गया है। साथ ही शहर भर की निगरानी के लिए सिटी को सेक्टर में बांटकर गश्त की जा रही है।

प्याऊ को लेकर दोनों वर्गो के बीच विवाद हुआ था। इसमें कई लोग घायल हुए हैं। पुलिस और प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया है, हालांकि माहौल काफी गंभीर है।

- नवदीप रिणवा, डीएम

पुलिस फोर्स के चुनाव में जाने के कारण स्थिति को नियंत्रण करने में परेशानी हुई, लेकिन अब सब कंट्रोल में है। अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई पुलिस करेगी।

- ओंकार सिंह, एसएसपी