मक्की मस्जिद में सभी धर्म के धर्मगुरुओं की बैठक

‘अंजुमन अमनदोस्त इंसानदोस्त’ समिति के लोग भाईचारा बढ़ाने के लिए हर महीने के पहले रविवार को मक्की मस्जिद में सभी धर्मों के धर्मगुरुओं के साथ बैठक करते हैं. बैठक में कोई अपनी बात कुरआन की आयतों के साथ पेश करता है तो कोई रामचरित मानस के दोहे, गायत्री मंत्र या किसी भी अन्य धर्मग्र्रंथ से. बातचीत का निचोड़ यही है कि सभी एक ही ईश्वर की संतानें हैं, लेकिन उस तक पहुंचने के लिए रास्ते अलग हो गए हैं.

कुरान की आयत से शुरू करते हैं बात

मस्जिद में बैठक में हिंदू धर्म के महंत कैलाशनाथ हठयोगी, इसाई धर्म के फादर लूका, सिख धर्म के बलविंदर सिंह तथा अन्य धर्मगुरु भी आते हैं. मीना सिंह तो अपनी बात ही कुरान की आयत से शुरू करती हैं तो समिति के राष्ट्रीय महामंत्री मोहम्मद बिलाल शबगा गायत्री मंत्र बोलने के बाद अपनी बात शुरू करते हैं. मोहम्मद बिलाल शबगा बताते हैं कि उनका मकसद देश में मोहब्बत और भाईचारा फैलाना है. उनका कहना है कि संयुक्तराष्ट्र द्वारा आयोजित अंतर-धार्मिक सद्भाव सप्ताह में भी उनके संगठन ने भागीदारी की थी.

भाईचारा दिवस समारोह

इस कार्यक्रम का नाम भाईचारा दिवस समारोह रखा गया था.

समिति के संस्थापक आरिफ बेग बताते हैं कि समिति तीस साल से लगातार बैठकें कर रही है. यह बैठक महीने के तीसरे रविवार को भोपाल में आरिफ बेग के घर भी होती है. इस समिति की शाखाएं देश के अन्य हिस्सों में भी हैं. आरिफ बताते हैं कि हमारे ग्रंथों में लिखा है कि ‘वसुधैव कुटुंबकम’ अर्थात पृथ्वी पर रहने वाले सभी एक परिवार के सदस्य हैं.

हम आपस में भाई-भाई

इस तरह हमारा मजहब चाहे जो हो, हम आपस में भाई-भाई हैं.

आरिफ बेग देश में कई समस्याओं के पीछे अशिक्षा को कारण मानते हैं, लेकिन उनका यह भी कहना है कि अब अभिभावक शिक्षा को लेकर जागरूक हैं और सही शिक्षा धर्मों को जोड़ेगी. सत्तर की उम्र पार कर चुके आरिफ बेग को युवाओं से उम्मीद है. वह कहते हैं कि जो लौ उन्होंने जलाई है, वह युवाओं की मदद में देश में उजाला फैलाएगी.

Report by: Abhinav Upadhyay (Dainik Jagran)

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