GORAKHPUR: जीआरपी के सिपाहियों की पिटाई से घायल रामलौट ने न्याय की गुहार सीएम से लगाई है। सोमवार को वह गुरु गोरक्षनाथ मंदिर में सीएम महंत योगी आदित्यनाथ से मिलने पहुंचे। उसने सीएम को बताया कि किराएदारों की तलाश में उसके घर पहुंची पुलिस ने उसका उत्पीड़न किया। जीआरपी सिपाहियों की पिटाई से उसका पैर टूट गया। शिकायत करने पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। मंदिर से जुड़े लोगों का कहना है कि सीएम ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

नौ नवंबर की रात पुलिस की दबिश

मोहरीपुर बाजार के पासी टोला निवासी रामलौट के मकान में किराएदार रहते थे। किराएदारों से आईडी प्रूफ लेकर उसने कमरा दिया था। नौ नवंबर की रात जीआरपी और क्राइम ब्रांच की टीम ने उसके मकान पर दबिश दी। मकान में रहने वाले किराएदारों को लूट के आरोप में पुलिस ने पकड़ लिया। दो दिन बाद फिर से जीआरपी उनके घर पहुंची। पूछताछ के लिए अपने साथ बुलाकर ले गई। रात में कोई बातचीत नहीं की। आरोप है कि अगले दिन जीआरपी ने रामलौट को जमकर पीटा। उसे चोर बताते हुए चालान करने की धमकी दी।

दोषी बताकर नहीं लिया ए1शन

पुलिस की पिटाई से रामलौट का पैर टूट गया। उपचार कराकर उसने पुलिस अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई। पत्र देकर घटना के लिए जि6मेदार लोगों के 2िालाफ कार्रवाई की मांग की। लेकिन उसे दोषी बताकर पुलिस अधिकारियों ने सिपाहियों के 2िालाफ ए1शन लेने से मना कर दिया। एक माह से दौड़5ाग कर रहा रामलौट किसी तरह से सोमवार को गोर2ानाथ मंदिर पहुंचा। सीएम को पत्र देकर उसने दोषी पुलिस कर्मचारियों के 2िालाफ केस दर्ज कराने की मांग उठाई। हालांकि इस मामले की जानकारी जीआरपी के एसपी अ5िाषेक यादव को पहले ही दी चुकी है।

इस मामले की पूरी जांच कराई गई है। इस मामले में इनकी कोई 5ाूमिका नहीं रही है। अ5िायुक्तों के जेल 5ोजे जाने के 15 दिन बाद रामलौट अचानक मीडिया के सामने आए थे। पहले इन्होंने इस मामले की कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई। जांच में इनके आरोप सही नहीं पाए हैं। यदि कोई सच्चाई मिलेगी तो निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।

अ5िाषेक यादव, एसपी जीआरपी