ALLAHABAD: नगर निगम की ओर से पिछले दिनों काफी दावे और वादों के साथ वाट्सएप गु्रप की शुरूआत की गई थी। निगम के अधिकारियों ने इसे ऐसे पेश किया था जैसे बस इस पर शिकायत आई नहीं कि पब्लिक की समस्या उड़न छू हो जाएगी, लेकिन हकीकत ये है कि निगम की अन्य योजनाओं की ही तरह इसका भी हश्र हुआ। निगम ने ग्रुप तो बना दिया, लेकिन अपने कर्मचारियों की मानसिकता नहीं बदल पाया जो काम का महत्व तभी समझते हैं जब उसे काफी दिनों तक लटकाए रखा जाए।

हमारे एक पाठक 497/166-ए मीरापुर के निवासी श्यामल राव भी निगम अधिकारियों-कर्मचारियों की इसी मानसिकता के शिकार हो गए। बड़े जोश में आकर उन्होंने अपने इलाके में गंदगी की तस्वीर वाट्सएप गु्रप पर भेजी और खुश हो गए कि बस अब इलाके में सफाई हो जाएगी, लेकिन जब तीन दिन तक कोई नहीं दिखाई पड़ा। इसके बाद उन्होंने अपने शिकायत से लेकर उसके अंजाम तक की जानकारी दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के मैं भी रिपोर्टर कॉलम में मेल के जरिए भेजी।