-नए सेशन में चलानी होगी एनसीआरटी की बुक्स

-सीबीएसई ने सभी स्कूलों के दूसरी बार जारी की गाइड लाइन

ALLAHABAD: सीबीएसई से मान्यता प्राप्त प्राइवेट स्कूलों की मनमानी को रोकने के लिए केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने स्कूलों को नोटिस जारी कर कहा है कि वे नए सेशन में अपने सभी क्लासेज में एनसीईआरटी बुक्स से पढ़ाई कराएं। साथ ही जिन स्कलों ने नए सेशन से फीस बढ़ाई है उसकी डिटेल भी वे अपने स्कूल की वेबसाइट पर अपलोड करें। सीबीएसई बोर्ड ने इन निर्देशों को स्कूलों को अनिवार्य रूप से लागू करने को कहा है।

जुलाई तक लागू करने का है समय

वैसे तो इस नियम को सीबीएसई ने पिछले साल ही लागू कर दिया था। लेकिन, यह व्यवस्था उस समय केवल सेन्ट्रल और नवोदय स्कूल तक ही सीमित थी। प्राइवेट स्कूलों ने बोर्ड के इस नियम को पूरी तहर से दर किनार कर दिया था। बोर्ड ने इस बार सख्त रूख अपनाते हुए स्कूलों को सभी जानकारी अपनी वेबसाइट पर अपलोड करने का आर्डर दिया है। जिसे बोर्ड जब चाहे इन स्कूलों की सच्चाई का पता लगा सके। बोर्ड ने सभी स्कूलों को निर्देश भेज दिया है कि जुलाई तक इसे हर हाल में अपने यहां लागू करें।

जानकारी देने से बचते हैं स्कूल

सिटी में यह नियम लगभग सभी स्कूलों में लागू किया जाएगा। बोर्ड ने ये निर्देश कई बार स्कूलों को दिया है, लेकिन उसके आर्डर के बाद भी स्कूल अपनी वेबसाइट पर सभी जानकारी नहीं दे रहे हैं। बोर्ड के इस ऑर्डर के बाद सभी स्कूलों को इसका पालन करना होगा। साथ ही बोर्ड ने स्कूलों को एनसीईआरटी की बुक्स से पढ़ाने के भी आर्डर दिए है।

इसलिए पड़ी जरूरत

सीबीएसई बोर्ड के ज्यादातर स्कूल बोर्ड के नियम से हटकर एनसीईआरटी की बुक्स न चलाकर अपने मुताबिक दूसरे पब्लिशर की बुक्स अपने यहां चलाते हैं। इसी पर लगाम लगाने के लिए बोर्ड की ओर से सख्ती की जा रही है। साथ ही कई स्कूल मनमाने ढंग से हर साल फीस में बढ़ोत्तरी करते हैं। बोर्ड अब इसके माध्यम से यह जानना चाहता है कि स्कूल जो फीस वसूल कर रहा है उसके सापेक्ष के लिए आखिर कौन सी सुविधाएं स्टूडेंट्स को दे रहा है।

पैरेंट्स के साथ करनी होती है मीटिंग

स्कूलों की फीस बढ़ाने और बोर्ड की ओर से जारी गाइड लाइन के बारे में गंगागुरूकुलम् की प्रिंसिपल अल्पना डे से पूछने पर उन्होंने बताया कि ये बोर्ड ने आदेश जारी किया है। जहां तक बात स्कूल फीस बढ़ाने की है तो इसके लिए पैरेंट्स के साथ स्कूल मीटिंग करते हैं, उसके बाद ही फीस बढ़ाया जा सकता है। इसके साथ ही पैरेंट्स को इस बात की भी जानकारी दी जानी चाहिए कि फीस बढ़ाने के साथ ही स्कूल बच्चों को क्या फैसिलिटी दे रहा है। हालांकि गंगागुरूकुलम् बोर्ड की इन आदेशों का पालन कर रहा है।