घर में खाने को कुछ नहीं

रागिनी अभी ससुराल में अकेली रह रही है। घर में खाने को कुछ नहीं है। सास, ससुर, पति व देवर सब बाहर हैं। नेवी से रिटायर्ड पति मोतिहारी में एसबीआई चकिया में पोस्टेड हैं। वह अपनी मां व छह साल के बेटे अभिषेक को साथ रखे हैं। देवर पंचम दिल्ली पुलिस में है। यह सब उसके पति की दूसरी शादी कराने को लेकर किया जा रहा है।

सात वर्ष पूर्व हुई थी शादी

रागिनी बताती है कि उसके पिता राजेंद्र साव बोकारो स्टील सिटी के रहने वाले हैं। उसकी शादी 19 जून, 06 को हुई थी। शादी के दूसरे दिन से ही कहा जाने लगा कि तुम्हारे पिता का दिया सामान लौटा देता हूं, तुम चली जाओ। घर पर सास राधिका देवी, ससुर, देवर व बड़ी ननद अनिता का बिहेव भी उसके प्रति ठीक नहीं है।

गैराज में बनाया बंधक

ससुराल वाले मारपीट कर घर से निकाल दिए और बाहर गैराज में तीन दिनों तक बंधक बनाए रखा। मीडिया में बात आने की भनक मिलने पर घर में शरण दी गयी। जब भी पति, सास, ससुर व देवर घर आते, उसके साथ मारपीट की जाती है। मां व पति का थूक चाटने पर विवश किया जाता है। यहां तक कि पेशाब पीने को मजबूर किया जाता है।

बांड लिखा, फिर वही कहानी

सुल्तानगंज महिला थाना में इसकी कंप्लेन की थी। इसके बाद पति व देवर को बुला कर बांड लिखवाया गया था। अब भी उसे अपने बेटे से दूर रखा जा रहा है। फिलहाल घर के ग्राउंड फ्लोर के एक कमरा में रह रही है। वह फस्र्ट ईयर लॉ का एग्जाम देने वाली है। लोकल थाना में भी 28 मई को रिटेन इंफॉर्म किया, लेकिन कोई कोऑपरेशन नहीं मिला।