पेट्रोल पर सब हुए एक, रोक दी ट्रेन

पेट्रोल के दाम में हुई बढ़ोत्तरी के खिलाफ सिर्फ नेता नहीं बल्कि व्यापारी, गवर्नमेंट इंप्लाई, स्टूडेंट, प्राइवेट कंपनी वर्कर के साथ महिलाएं भी एकजुट थी। सभी पेट्रोल के दाम में हुई बढ़ोत्तरी को वापस लेने की मांग कर रहे थे। गुरुवार की सुबह से ही सपा कार्यकर्ता बाइक जुलूस निकाल कर व्यापारियों से बंदी को सफल बनाने की मांग करते रहे। फिर जैसे ही मार्केट खुलने का समय हुआ, कार्यकर्ता अलग-अलग टोली में सिटी के विभिन्न इलाकों में घूमते रहे। केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की तो खुली दुकानों को बंद कराया। सपा जिलाध्यक्ष अवधेश यादव, महानगर अध्यक्ष शहाब अंसारी, जिला सचिव सोहराब खां, आफताब अहमद, गबीश दूबे ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन किया। सपा के साथ भाजपा कार्यकर्ता भी इस बंदी को सफल बनाने में पूरी तरह से जुटे रहे। प्रदेश उपाध्यक्ष शिवप्रताप शुक्ला की अगुवाई में महानगर महामंत्री रवि प्रकाश श्रीवास्तव, डॉ। सत्या पांडेय, धर्मेंद्र सिंह, उपेंद्र दत्त शुक्ला की अगुवाई में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतर कर बंदी को सफल बनाया। गुरुवार दोपहर हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने तरंग क्रॉसिंग के पास ओखा एक्सप्रेस ट्रेन रोक दी। ट्रेन रोकने की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हल्की झड़प भी हुई। सवर्ण समाज पार्टी के प्रांतीय प्रवक्ता अनिल सिंह की अगुवाई में प्रदर्शन किया। जनता दल (यूनाइटेड) के जिलाध्यक्ष दिनेश शाही की अगुवाई में कार्यकर्ता सड़क पर घूम-घूम कर विरोध प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय जनता दल के जिलाध्यक्ष महेंद्र सिंह राणा के साथ कार्यकर्ता बंदी को सफल बनाने में जुटे रहे।

जुलूस में फंसी एंबुलेंस

बंद में सपा के कार्यकर्ताओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। बंदी को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला तो दुकानें भी बंद कराई। मगर इस पूरे प्रदर्शन में वे ये देखना भूल गए कि उनके जुलूस के पीछे कोई मजबूर तो नहीं फंसा। बंदी के दौरान गोलघर में सपा कार्यकर्ता जुलूस निकाल रहे थे। जुलूस के जाम में दो एंबुलेंस फंस गई। हूटर देने के बावजूद सपा कार्यकर्ताओं ने एंबुलेंस को निकलने की जगह नहीं दी। करीब 10 मिनट बाद जब जुलूस कचहरी चौराहे के पास पहुंचा, तब जाकर एंबुलेंस इस जाम से बाहर निकल सकी। दोनों ही एंबुलेंस में सीरियस पेशेंट्स थे, जिन्हें फैमिली मेंबर्स इलाज के लिए नर्सिंग होम ले जा रहे थे।

रिक्शे पर निकले पूर्व मंत्री

बंदी को सफल बनाने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला और व्यापारियों से दुकान बंद करने का आह्वïान किया। बंदी पूरी तरह सफल रहे, इसके लिए भाजपा के पूर्व मंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने भी कार्यकर्ताओं का पूरा साथ दिया। पूर्व मंत्री रिक्शे में बैठकर सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर प्रदर्शन किया और दुकानें बंद कराई।

टॉकीज भी रही बंद

अधिकांश पार्टियों के बंदी के आवाहन पर टॉकीज मालिकों ने भी साथ दिया। सिटी की सभी टॉकीजें बंद रही। मल्टीप्लेक्स भी बंद थे। बंदी के कारण हजारों लोग छुïट्टी पर तो रहे, पर टॉकीज बंद रहने से मनोरंजन का लुत्फ नहीं उठा सके। सुबह से शाम तक कई लोग अपनी बाइक से तो कई रिक्शे से छुïट्टी का मजा लेने टॉकीज पहुंचे, मगर उनके हाथ निराशा ही लगी, क्योंकि बंदी के कारण सभी टॉकीज बंद थे।

खुली रही शराब की दुकानें

बंदी को सफल बनाने के लिए राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के साथ व्यापारियों ने भी पूरा साथ दिया। सभी प्रमुख मार्केट बंद थी, सिवाए शराब की दुकानों के। सिटी में सभी शराब, बीयर की दुकानें खुली रही। जिसमें लोगों को आना-जाना भी काफी रहा। बंदी के कारण लोगों की छुïट्टी थी, इसलिए शराब की दुकानों पर सुबह से ही अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक भीड़ थी।

तेल पर किया अर्धनग्न प्रदर्शन

तेल पर शहर बंद करने के साथ सपा की यूथ ब्रिगेड ने टाउनहाल चौराहे के पास अर्धनग्न प्रदर्शन भी किया। केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कार्यकर्ताओं ने पेट्रोल के दाम में हुई बढ़ोत्तरी को वापस लेने की मांग की। कार्यकर्ताओं ने कहा कि कुछ पैसे कम करने से काम नहीं चलेगा। केंद्र सरकार ने जितना दाम बढ़ाया है उसे पूरा वापस लें।

खाकी के सामने बंद कराई दुकान

बंदी को सफल बनाने के लिए कोई बवाल न हो, इसके लिए सिटी के विभिन्न चौराहों पर भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया था। फोर्स के रहने से सिटी में कोई बवाल तो नहीं हुआ। पर, सपा कार्यकर्ताओं ने बंदी को सफल बनाने के लिए खाकी को भी नजरअंदाज कर दिया। खाकी वर्दीधारी दुकान के बाहर बैठे रहे और सपा कार्यकर्ताओं ने जबरन दुकानदार को बाहर कर दुकान बंद कर दी। वहां बैठे सिपाहियों ने जरा भी रोकने की कोशिश नहीं की।

भटकते रहे पेट्रोल की तलाश में

सिटी के अधिकांश लोगों को अंदाजा नहीं था कि पेट्रोलपंप भी बंद रहेगा। सुबह लोग छुïट्टी को एन्जॉय करने घूमने निकल पड़े। मगर पेट्रोल पंप बंद होने से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई लोग तो अचानक पेट्रोल खत्म होने से पैदल ही सड़क पर भटकते रहे। सुबह से ही सिटी के सभी पेट्रोलपंप पूरी तरह से बंद थे। हालांकि पब्लिक की परेशानी को देखते हुए पेट्रोल पंप संचालकों ने अपराह्न चार बजे के बाद पेट्रोल पंप खोल दिये।

बंद ने रोक दी ट्रेनों की रफ्तार

भारत बंद से ट्रेन की रफ्तार भी धीमी पड़ गई। जगह-जगह विरोध प्रदर्शन के साथ ट्रेन रोकने की घटनाओं से अधिकांश ट्रेन काफी लेट रही। बिहार के साथ दिल्ली और मुंबई से आने वाली अधिकांश ट्रेन एक, दो नहीं बल्कि तीन-तीन घंटे लेट रही। इसका खामियाजा भी पब्लिक को ही भुगतना पड़ा। लोग ट्रेंस के इंतजार में गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर घंटों इंतजार करते रहे। वहीं ट्रेन में फंसे लोगों का गर्मी से बुरा हाल था। ट्रेन लेट होने की जानकारी मिलते ही कई लोगों ने अपना रिजर्वेशन भी कैंसिल कराया। ट्रेंस लेट होने से गुरुवार दोपहर स्टेशन पर काफी अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।