कांसेप्ट में एनालिसिस जरूरी

प्रोग्र्राम के चीफ गेस्ट प्रो व्यंकटेश ने बताया कि कम्प्यूटेशनल फोटग्र्राफी में कोई स्नेप ले लिया इसके बाद उस एरिया पर फोकस किया जा सकता है। इसकी वजह यह है कि कम्प्यूटर व कैमरा अलग अलग वर्क कर रहे हैैं। प्रोग्र्राम कोआर्डिनेटर कृष्णराज ने डिजाइनिंग व इंजीनियरिंग के कांसेप्ट की प्रोसेसिंग को एनालिसिस करने की जरूरत है। जिससे रिजल्ट अच्छे देखने को मिलेंगे।

कम लागत, पावर वाली डिजाइन बनाएं

मदनमोहन मालवीय इंजीनियरिंग कॉलेज गोरखपुर के पूर्व प्रिंसिपल डॉ। बी पी सिंह ने कहा कि सोसाइटी की यूज पर फोकस करना चाहिए। ऐसे सेमी कंडक्टर की डिजाइन की जानी चाहिए जिनकी यूटीलिटी समाज के लिए हो। इस तरह के कांसेप्ट पर फैकल्टी व रिसर्च की फील्ड में रूचि रखने वालों को वर्क करना चाहिए। इस तरह की डिजाइन बनानी चाहिए जिससे कम लागत व कम पावर में अच्छा वर्क करे। प्रोग्र्राम का संचालन आशीष सिंह ने किया। इस मौके  पर प्रो। रजनी विष्ट, प्रो। यदुवीर सिंह, डॉ। आरके शुक्ल, डॉ। मनोज शुक्ल, प्रमोद कुमार, डॉ। रघुराज सिंह, डॉ। सफी उल्ला सिद्दीकी, डॉ। राम औतार मौजूद रहे।