ज्यादा देर पढ़ने पर वीकनेस महसूस होने लगती है

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ज्यादा देर पढ़ने पर वीकनेस महसूस होने लगती है

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ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: बोर्ड एग्जाम में एपीयर होने जा रहे स्टूडेंट्स को कई तरह की प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही है। जिनका सॉल्यूशन खोजने के लिए वे लगातार मनोविज्ञानशाला के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर रहे हैं। इस बारे में मनोविज्ञानशाला के एक्सपर्ट डॉ। कमलेश कुमार तिवारी ने बताया कि सैटरडे को भी बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स ने कॉल किया। इस दौरान कुछ बच्चों ने बताया कि उन्हें पढ़ाई के दौरान लगातार कमजोरी महसूस होती है। ऐसे में उनका कांसट्रेशन पढ़ाई पर नहीं बन पाता है। डॉ। तिवारी के मुताबिक ऐसी स्थिति में स्टूडेंट्स को अधिक से अधिक लिक्विड डाइट व फ्रूट का सेवन करना चाहिए। बाजार की तली भूनी चीजों से परहेज करें। इन सावधानियों को बरतने से ऐसी प्रॉब्लम को आसानी से दूर किया जा सकता है।

नए सिलेबस का क्या करें

हेल्पलाइन के एक्सपटर्स बताते हैं कि कुछ बच्चों में नए सिलेबस को लेकर भी कई तरह की क्वैरीज हैं। जिनका हल खोजने के लिए वे कॉल करते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक ऐसी स्थिति में बच्चों को अपने टीचर्स से गाइड लेना चाहिए। जो नए चैप्टर्स शामिल किए गए हैं उनको विशेष रूप से पढ़ें। जिससे उनके अंदर का डर दूर हो जाएगा। इन दिनों खुद पर संयम बहुत जरूरी है। इसके लिए कोशिश करें कि अपने दिमाग को इधर-उधर भटकने से बचाएं।

<बोर्ड एग्जाम में एपीयर होने जा रहे स्टूडेंट्स को कई तरह की प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही है। जिनका सॉल्यूशन खोजने के लिए वे लगातार मनोविज्ञानशाला के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर रहे हैं। इस बारे में मनोविज्ञानशाला के एक्सपर्ट डॉ। कमलेश कुमार तिवारी ने बताया कि सैटरडे को भी बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स ने कॉल किया। इस दौरान कुछ बच्चों ने बताया कि उन्हें पढ़ाई के दौरान लगातार कमजोरी महसूस होती है। ऐसे में उनका कांसट्रेशन पढ़ाई पर नहीं बन पाता है। डॉ। तिवारी के मुताबिक ऐसी स्थिति में स्टूडेंट्स को अधिक से अधिक लिक्विड डाइट व फ्रूट का सेवन करना चाहिए। बाजार की तली भूनी चीजों से परहेज करें। इन सावधानियों को बरतने से ऐसी प्रॉब्लम को आसानी से दूर किया जा सकता है।

नए सिलेबस का क्या करें

हेल्पलाइन के एक्सपटर्स बताते हैं कि कुछ बच्चों में नए सिलेबस को लेकर भी कई तरह की क्वैरीज हैं। जिनका हल खोजने के लिए वे कॉल करते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक ऐसी स्थिति में बच्चों को अपने टीचर्स से गाइड लेना चाहिए। जो नए चैप्टर्स शामिल किए गए हैं उनको विशेष रूप से पढ़ें। जिससे उनके अंदर का डर दूर हो जाएगा। इन दिनों खुद पर संयम बहुत जरूरी है। इसके लिए कोशिश करें कि अपने दिमाग को इधर-उधर भटकने से बचाएं।

StudentsStudents के सवाल

- ज्यादा देर पढ़ने पर कमजोरी महसूस होती है?

- कठिन प्रश्नों के लिए क्या करें?

-यूपी बोर्ड में दो फार्म भर दिये हैं, अब क्या करें?

- नए सिलेबस के लिए क्या करें?

< के सवाल

- ज्यादा देर पढ़ने पर कमजोरी महसूस होती है?

- कठिन प्रश्नों के लिए क्या करें?

-यूपी बोर्ड में दो फार्म भर दिये हैं, अब क्या करें?

- नए सिलेबस के लिए क्या करें?

ExpertExpert के जवाब

- फल व लिक्विड डाइट का अधिक यूज करें।

- लिख कर पढ़े, ये आदत लगातार दोहराएं। रात में सोने के पहले भी रिवीजन करें और नेक्स्ट डे मार्निग में सबसे पहले उसी को रिवाइज करें।

- टीचर्स की मदद लें। खुद में आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए मेहनत करें। क्योंकि सफलता का शार्टकट नहीं होता है।