- यूपी ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर के आदेश के बाद से रोडवेज को लग रहा है चूना

-पैसेंजर्स के मांगने पर भी कंडक्टर नहीं देते टिकट, चेकिंग में बिना टिकट यात्रा कराने वाले कई कंडक्टर पकड़े गए

GORAKHPUR: कंडक्टर साहब टिकट तो दे दीजिए, वरना गाड़ी कहीं चेक हो गई तो हमें पेनाल्टी भरनी पड़ेगी अरे शांति से बैठे रहें, चेकिंग होगी भी तो हमसे पूछताछ की जाएगी। आप परेशान मत हो। आजकल कुछ ऐसी ही बातचीत रोडवेज बसों में पैसेंजर्स और कंडक्टर के बीच होती आपको मिल जाएगी। दरअसल, जब से यूपी ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर ने रूट से टीएस और टीआई को चेकिंग से हटाया है, तब से गोरखपुर रीजन के रूट पर कंडक्टर द्वारा विदाआउट टिकट यात्रा कराने का सिलसिला भी जबरदस्त बढ़ गया है। इस बात का खुलासा खुद यूपी रोडवेज के एआरएम ने किया है।

ये कैसा आदेश कि

बता दें, हाल ही में यूपी ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर दुर्गा प्रसाद यादव ने पूरे प्रदेश से ट्रैवलिंग सुप्रिटेंडेंट और ट्रैवलिंग इंस्पेक्टर को चेकिंग से हटा दिया है। उन्हें बस अड्डे पर यात्रियों की सुविधा के लिए लगा दिया गया है। इसी का फायदा उठाते हुए गोरखपुर रीजन में चलने वाली यूपी रोडवेज के बस कंडक्टर यात्रियों को बिना टिकट यात्रा करा विभाग को चूना लगा रहे हैं। इस मामले को हाल ही में पडरौना डिपो के कार्यवाहक एआरएम महेश चंद श्रीवास्तव ने चेकिंग में पकड़ा है। वहीं यूपी रोडवेज के आला अधिकारियों की मानें तो जब से यह आदेश आया है तब से रूट पर कंडक्टर द्वारा रोडवेज को लाखों रुपए का चूना लगाया जा रहा है।

अकेले चेक कर पाना मुश्किल

यूपी रोडवेज गोरखपुर रीजन के आरएम अतुल जैन की मानें तो मुख्यालय से आदेश आया है कि गाडि़यों की चेकिंग एआरएम और आरएम करेंगे, लेकिन काम ज्यादा होने के चलते सभी रूट पर गाडि़यों को एक साथ चेक कर पाना मुश्किल है। आदेश के बाद से जितनी भी गाडि़यों को चेक किया गया, उनमें से ज्यादातर में कंडक्टर बिना टिकट यात्रा कराते धरे गए। यात्रियों ने भी अपने बयान में दर्ज कराया है कि उनके द्वारा मांगने पर भी कंडक्टर ने उन्हें टिकट नहीं दिया और जो दिया भी वह पुराना टिकट दिया गया।

जब से टीएस और टीआई को चेकिंग से हटाए जाने का निर्देश दिया गया है, तब से रूट पर हम चेकिंग कर रहे हैं। जितने भी मामले पकड़े गए। उनमें ज्यादातर यात्री बिना टिकट पाए गए।

अतुल जैन, आरएम, गोरखपुर रीजन