-एमएचआरडी के निर्देश पर आरयू ने शुरू की प्रक्रिया

-आगामी 12 अक्टूबर को विवि में होगा प्रजेंटेशन प्रोग्राम

बरेली : एमजेपी आरयू मार्कशीट-डिग्री के बाद अब गोपनीय रिकॉर्ड भी ऑनलाइन करने जा रहा है। यूनिवर्सिटी की स्थापना से लेकर अब तक के जो रिकॉर्ड गोपनीय कक्षों में भरे पड़े हैं, वे डिजिटल शक्ल में सुरक्षित किए जाएंगे। इसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है। आगामी 12 अक्टूबर को इसे लेकर प्रशासनिक भवन में एक प्रजेंटेशन कार्यक्रम होगा।

दरअसल, बीते कुछ समय से राजनीतिक शख्सियतों की डिग्री के बारे में पूछा जाने लगा है। शैक्षिक संस्थानों में आरटीआई डाली जा रही हैं। हाल में भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की डिग्री के संबंध में आगरा यूनिवर्सिटी में एक आरटीआई डाली गई थी। इस स्थिति में मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने विश्वविद्यालयों का रिकॉर्ड ऑनलाइन रखने का निर्देश दिया है। आरयू एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक एमएचआरडी के निर्देश पर गोपनीय चार्ट डिजिटल करने की प्रक्रिया चल रही है। आरयू एडमिनिस्ट्रेशन इस संबंध में आंतरिक बैठक कर चुका है। कार्यदायी संस्था सीएनडीएस को चार्ट डिजिटल रूप में करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके लिए आगामी 10 अक्टूबर को प्रजेंटेशन कार्यक्रम प्रस्तावित था, पर अवकाश की वजह से यह कार्यक्रम अब 12 अक्टूबर को होगा।

क्या हैं गोपनीय दस्तावेज

-किसी भी कॉलेज में प्रवेश लेने वाले छात्र का रिकॉर्ड यूनिवर्सिटी के गोपनीय विभाग में सुरक्षित रहता है। किस सत्र-विषय में प्रवेश लिया। पंजीकरण नंबर से लेकर सारी डिटेल के चार्ट होते हैं।

सुरक्षित हो जाएगा रिकॉर्ड

-अभी तक गोपनीय रूम में चार्ट के ढेर लगे हैं। इनके खराब होने की भी आशंका रहती है। डिजिटल रूप में चार्ट होने से यह आशंका खत्म हो जाएगी।

वर्जन

-रिकॉर्ड डिजिटल रूप में रखने की प्रक्रिया चल रही है। इससे विवि का रिकॉर्ड पूरी तरह से सुरक्षित हो जाएगा।

अशोक कुमार अरविंद, रजिस्ट्रार आरयू