हर ट्रेन ठसाठस

कैंट स्टेशन से हिल स्टेशंस की ओर जाने वाली सभी टे्रन्स ठसाठस हैं। लगभग सभी में इस समय लंबी लंबी वेटिंग चल रही है। खासकर यहां से जम्मूतवी व देहरादून की ओर जाने वाली टे्रन्स का बुरा हाल है। इनमें दिसंबर एंड तक ही नहीं अगले साल मिड जनवरी तक कंफर्म टिकट की गुंजाइश नहीं है।

 

दूसरा option का भी हाल बेहाल  

ट्रेन्स की बजाए आप अगर फ्लाइट से जाने की सोच रहे हैं तो भूल जाइए। क्योंकि यहां भी जबरदस्त रश है। फ्लाइट्स में भी आपके प्लैन व पॉकेट के मुताबिक सीट अवेलेबल हो पाना मुश्किल है। ऐसे में पार्ट-पार्ट जर्नी ही एकमात्र रास्ता है। कैंट स्टेशन पर इस समय रिजर्वेशन कराने पहुंच रहे अधिकतर पैसेंजर्स विंटर वैकेशन को एंजॉय करने के लिए इस तरह का रिजर्वेशन भी करा रहे हैं। हिल स्टेशन की ओर जाने वाली ट्रेन्स के हाउसफुल होने के बाबत सीआरएस विमल पांडेय ने बताया कि विंटर वैकेशन के दौरान दो तरह का प्रेशर रहेगा। एक छुट्टियों के दौरान घर लौटने वालों का, दूसरा छुट्टियां बिताने के लिए बाहर जाने वालों का। यही कारण है कि कैंट से रवाना होने वाली और उधर से आने वाली टे्रनों में कंफर्म टिकट नहीं मिल पा रहा है।

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विंटर वैकेशन में हिल स्टेशन जाने वालों की संख्या अधिक होती है। यही वजह है कि इस दौरान ट्रेन्स में कन्फर्म टिकट पाने के लिए मारामारी ज्यादा दिखती है।

एके श्रीवास्तव, सीनियर डीसीएम, नॉर्दन रेलवे

AC में ज्यादा मारामारी

यदि प्रयास किया जाए तो अगले साल 15 जनवरी के बाद कैंट से जम्मूतवी व देहरादून की ओर जाने वाली ट्रेन्स के स्लीपर कोचेज में कंफर्म टिकट मिल सकता है। लेकिन एसी का टिकट मिलना बालू से तेल निकालने के बराबर है। थर्ड एसी की बात करें तो किसी भी टे्रन में 15 फरवरी के बाद ही थर्ड एसी का कंफर्म टिकट अवेलेबल है। वहीं कैंट से जम्मूतवी के बीच चलने वाली सुपर फास्ट ट्रेन में 22 जनवरी के बाद ही थर्ड एसी कोच में सीट अवेलेबल है। ऐसे में आपको अपना प्लैन काफी सोच विचार कर ही बनाना होगा।