-16 जून से आबूलेन को पार्किंग मुक्त करेगा कैंट बोर्ड, लगेगा बैरियर

-बैरियर नहीं लगने देंगे व्यापारी, विरोध में शाम छह बजे से बंद करेंगे बाजार

-शुक्रवार की बैठक में नहीं बनी बात, पिछले मुद्दों को लेकर बैठक बेनतीजा

Meerut : आबूलेन को शाम के समय ट्रैफिक फ्री करने की मुहिम में लगे कैंट बोर्ड के सामने एक बार फिर से व्यापार संघ से चुनौती मिलने लगी है। सेंट्रल पार्किंग शिफ्ट करने को लेकर कैंट बोर्ड और व्यापारियों में टकराव के आसार नजर आ रहे हैं। शुक्रवार को इस मुद्दे पर कैंट बोर्ड सीईओ, सेना अधिकारी व व्यापारियों के बीच हुई बैठक में किसी भी प्रकार की आपसी सहमति नहीं बन पाई। कैंट बोर्ड की ओर से जहां यह व्यवस्था एक महीने के ट्रायल के तौर पर शुरू करने की तैयारी पूरी हो चुकी है वहीं व्यापारियों की ओर से बोर्ड की मंशा पर ही सवाल उठाए गए हैं।

व्यवस्था बदलने पर जोर

आबूलेन की पार्किंग को आबूनाले पर करने पर आने वाली समस्याओं पर चर्चा करने के लिए आहुत बैठक में कैंट बोर्ड सीईओ ने वर्षो पुरानी व्यवस्था को बदलने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पुराने सिस्टम का समय समाप्त हो चुका है। इसके जवाब में व्यापारियों की ओर से कैंट बोर्ड के सब्जी मंडी, भूसा मंडी व अन्य अभियानों के कारगर न होने की दलील दी गई। ग्राहकों के वाहन न लगने और पार्किंग हटाए जाने से होने वाले व्यवसायिक नुकसान को देखते हुए व्यापारियों ने पहले पार्किंग की मुकम्मल व्यवस्था करने के बाद ही इस अभियान की शुरुआत करने को कहा। कैंट बोर्ड की ओर से बिना परामर्श किए पार्किंग शुल्क हटाए जाने का भी विरोध किया गया।

पार्किंग को क्यों बनाया मंडप!

व्यापारियों की ओर से सवाल उठाया गया कि जब बंगला नंबर क्7फ् और क्80 को पार्किंग के लिहाज से खाली कराया गया तो उसे मंडप में क्यों बदल दिया गया। शहर में तमाम मंडप होने के बावजूद नया आबूलेन में नया मंडप बढ़ाकर ट्रैफिक की अतिरिक्त समस्या को न्यौता क्यों दिया जा रहा है। जवाब में कैंट बोर्ड सीईओ ने कहा कि उन मंडपों में पार्किंग की पूरी व्यवस्था है। वहां गाडि़यां खड़ी हो सकती हैं लेकिन कोई खड़ी नहीं कराता है। साथ ही उन्होंने कहा कि शहर में व्याप्त महंगे मंडपों के बीच समाज के निचले तबकों के लिए ये मंडप बनाने जरूरी थे।

अवैध है पार्किंग

कैंट बोर्ड के सीईओ का कहना है कि आबूलेन में वर्तमान पार्किंग व्यवस्था नियमों का उल्लंघन कर चल रही है। व्यापारियों ने कहा कि यह व्यवस्था भी कैंट बोर्ड की ओर से शुरू की गई थी जिसे अब नियम विरुद्ध बताया जा रहा है। व्यापारियों की ओर से सेंट्रल पार्किंग हटाने की बजाय उसे सुव्यवस्थित करने पर जोर दिया जा रहा है।

बनेगा अंडरग्राउंड पार्किंग का प्रस्ताव

व्यापारियों की ओर से आबूलेन से सेंट्रल पार्किंग हटाये जाने की बजाय वहां रास्ते के नीचे अंडरग्राउंड पार्किंग बनाने की मांग उठाई गई। इस पर पहले इनकार के बाद कैंट बोर्ड ने प्रस्ताव तैयार करने की बात स्वीकार कर ली है।

नए बोर्ड गठन तक रुकने की मांग

पार्किंग पर कोई भी निर्णय लेने के लिए व्यापारियों ने नवनिर्वाचित सदस्यों के साथ बोर्ड गठन तक रुकने की मांग उठाई है। उनका कहना है कि चुनाव हो चुके हैं तो बोर्ड को पार्किंग व्यवस्था को हटाने में इतनी जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। इस मांग को बोर्ड सीईओ से अस्वीकार करते हुए इसे प्रशासनिक निर्णय बताया और इस पर आपसी सहमति से ही आगे बढ़ने की बात पर जोर दिया।

सेना के वाहन भी रुकेंगे

आबूलेन में वाहनों को प्रतिबंधित समय के दौरान फौज के वाहनों को भी अंदर जाने की इजाजत नहीं होगी। कैंट बोर्ड सीईओ व सैन्य अधिकारी ने व्यापारियों की इस बात पर सहमति जताई है। सैन्य वाहनों को भी अतिरिक्त पार्किंग व्यवस्था में ही खड़ा किया जाएगा।

इन्होंने कहा

बेगमपुल चोराहे से लेकर कैंट बोर्ड पुलिया अर्थात हनुमान चौक तक नाले के दोनों ओर पार्किंग की व्यवस्था है। इसमें करनैल होटल के पीछे क्म्8 केले वाली कोठी तक, काठ के पुल से योगेंद्र हाट तक और बंगला नंबर क्7फ् में लगभग एक हजार वाहनों की पार्किंग व्यवस्था है। मुहिम की शुरुआत किए बिना इसमें व्याप्त व्यावहारिक परेशानियां सामने नहीं आएंगी।

-डा। डीएन यादव, सीईओ, कैंट बोर्ड

हम अपनी योजना के अनुसार क्म् जून से शाम से छह बजे से रात साढ़े नौ बजे तक आबूलेन को वाहन मुक्त जोन रखेंगे। एक महीने के ट्रायल के लिए बैरियर लगा दिए जाएंगे। साथ ही अन्य परेशानियों पर गौर करेंगे।

-कर्नल सुबोध गर्ग

एडम कमांडेंट, पश्चिम यूपी सब एरिया

बिना पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था के कोई ट्रायल नहीं होने दिया जाएगा और न ही बैरियर लगने दिया जाएगा। जबरन करने पर इसकी शिकायत प्रशासन को भी की जाएगी। व्यापारी का ट्रायल को पूर्ण विरोध करेंगे और हमारी मांगे नहीं मानी गई तो शाम छह बजे से बाजार भी बंद कर दिया जाएगा।

-नवीन गुप्ता

अध्यक्ष, संयुक्त व्यापार संघ