- संगम तट पर हुई मां गंगा की महाआरती, उमड़े लोग

ALLAHABAD: ऊं जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता, जो नर तुमको ध्याता, मन वांछित फल पाता, मैया जय गंगे माता रविवार की शाम संगम का किनारा मां गंगा की आरती से गूंज उठा। काशी से आए बटुकों ने मां गंगा की भव्य आरती उतारी।

वाराणसी से आए बटुक

मां गंगा की महिमा का बखान करने के साथ ही गंगा निर्मली करण अभियान से जन-जन को जोड़ने के लिए जिला प्रशासन की ओर से संगम किनारे गंगा महाआरती का आयोजन किया गया। वाराणसी और हरिद्वार के तर्ज पर मां गंगा की आरती करने के लिए वाराणसी से 31 बटुकों को बुलाया गया था।

गंगा पूजन कर की गई महाआरती

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी महाराज, स्वामी अवमुत्तेश्वरानंद महाराज व जिलाधिकारी संजय कुमार ने विधि-विधान पूर्वक मां गंगा की पूजा की। इसके बाद वाराणसी से आए बटुकों ने वाराणसी की तर्ज पर मां गंगा की आरती की शुरुआत की। आरती शुरू होते ही आरती भजन बजने लगा। बटुकों ने वाराणसी के तर्ज पर शंख से, जल से, कपूर से, अगरबत्ती से व दीपक के साथ ही पंख से मां गंगा की आरती की। इस दौरान सजे नावों पर न्यायिक अधिकारी न्यायमूर्ति अरुण टंडन, अमित अस्थेलकर, सुनीता अग्रवाल के अलावा पुलिस उप महानिरीक्षक जितेंद्र कुमार शाही, पूर्व अपर जिलाधिकारी एसके शर्मा आदि मौजूद रहे।