राष्ट्रीय अध्यक्ष का संदेश, संगठन के नए ढांचे का तैयार करें आधार

नए मेंबर्स की संख्या के साथ ही सदस्यता शुल्क जल्द करा दें जमा

VARANASI

आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने भी अघोषित रूप से तैयारी शुरू कर दी है। कांग्रेस कमेटी ने मिशन 2019 के पहले संगठन को मजबूत करने का निर्णय लिया है। इसलिए जहां संगठन के अंदर चुनावी प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है, उसे अविलंब पूरा करने का संदेश संबंधित क्षेत्र के जिम्मेदार पदाधिकारियों को भेजा गया है। इसी कड़ी में प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व सांसद डॉ। राजेश मिश्र को भी लेटर आया है।

शीर्ष नेतृत्व गंभीर

बताया जाता है कि बनारस के महानगर व जिला इकाई को लेकर पार्टी का शीर्ष नेतृत्व बहुत गंभीर है। इसकी दो वजहें हैं। यह कि जिला प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र है जहां पर कांग्रेस को बेहद मजबूत होना होगा तो दूसरा स्थानीय संगठन पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की नजरें गड़ी हैं। यहां की प्रक्रिया पर उनकी सीधी नजर है। बताते हैं कि राहुल गांधी ने राष्ट्रीय सचिव राणा गोस्वामी को यहां के संगठन को नया ढांचा देने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने बदलाव की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरा करने के लिए कहा है। शीर्ष नेतृत्व के लेटर में भी स्पष्ट लिखा है कि कांग्रेस संगठन के चुनाव की प्रक्रिया लगभग पूरा होने को है। बची हुई जगहों पर जल्द ही प्रक्रिया पूरी करने के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से सभी पीआरओ को लेटर भेज दिया गया है। चेयरमैन, सेंट्रल इलेक्शन अथारिटी एम रामचंद्रन की ओर से भेजे गए पत्र में स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि सभी पीआरओ जल्द से जल्द एआईसीसी, पीसीसी, डीसीसी व ब्लाक कमेटी की चुनावी प्रक्रिया पूरी कर लें और नए बने सदस्यों की संख्या व सदस्यता शुल्क नियमानुसार जमा करा दें ताकि आगे की प्रक्रिया पूरी की जा सके।

तब से हैं राहुल नाराज

राहुल गांधी बनारस समेत मीरजापुर के शहर व जिला संगठन को लेकर खाट सभा से ही नाराज थे। बीत विधानसभा चुनाव में मीरजापुर में खाट सभा थी जिसमें दु‌र्व्यवस्था को लेकर उन्होंने नाराजगी जाहिर की थी। रास्ते में राणा गोस्वामी को निर्देशित किया था कि तत्काल बनारस व मीरजापुर के अध्यक्षों को बदल दिया जाए लेकिन वरिष्ठ नेताओं ने अध्यक्षों को बदलने से विस चुनाव में परिणाम प्रभावित होने की आशंका जताते हुए बदलाव नहीं करने का अनुरोध किया तो मामला ठंडे बस्ते में चला गया लेकिन रामनगर पालिका परिषद की अध्यक्ष रेखा शर्मा को निष्कासित करने का मसला जब दिल्ली पहुंचा तो एक बारगी फिर संगठन में बदलाव का मामला तूल पकड़ा है।