-जातिवाद की वोटिंग नहीं करते मुस्लिम

-सपा और भाजपा के बीच चल रही नूरा कुश्ती में देश-प्रदेश का हो रहा बेड़ा गर्क

-कांग्रेस के मंडलीय अल्पसंख्यक सम्मेलन में बोले दिग्गज

-सम्मेलन के जरिये युवाओं का किया गया आह्वान

ALLAHABAD: पुराने रूठे हुए कर्मठ योद्धाओं को जगाने और युवाओं को जोड़ने के लिए पंडित जवाहर लाल नेहरू की धरती से गुरुवार को कांग्रेस के मंडलीय अल्पसंख्यक सम्मेलन की शुरुआत हुई। जो अब पूरे प्रदेश में लगातार आयोजित होगी। मंडलीय सम्मेलन में जहां कांग्रेस नेताओं ने भाजपा और सपा पर जमकर प्रहार किया। वहीं, अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को कांग्रेस का सच्चा साथी बताया।

दादरी कांड पर चुप क्यों है सरकार

कल्याणी देवी स्थित चौधरी गार्डेन में आयोजित सम्मेलन में पहुंचे कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि आज प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में अराजकता का बोलबाला है। जिस तरह का माहौल बन रहा है, उस पर पूरे देश को सोचना होगा। कांग्रेस के शासन काल में ऐसी स्थिति कभी नहीं हुई, जब किसी निर्दोष की हत्या की गई हो और धर्म-समुदाय को लेकर राजनीति की गई हो। दादरी कांड को लेकर मोदी सरकार चुप क्यों है? समाजवादी पार्टी और बीजेपी के बीच नूरा कुश्ती चल रही है। जिसकी वजह से प्रदेश का बेड़ा गर्क हो रहा है। अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष खुर्शीद अहमद सैयद ने कहा कि हम गरीबों की लड़ाई लड़ रहे हैं क्योंकि देश और प्रदेश की जनता हमारे साथ है।

फिरकापरस्त ताकतों को रोकना होगा

वरिष्ठ नेता रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि आज देश व प्रदेश की राजनीति में फिरकापरस्त ताकतें हावी हो गई हैं। जिसके लिए अल्पसंख्यकों को आगे आना होगा। सक्रिय राजनीति में भागीदारी करनी होगी और इन फिरकापरस्त ताकतों को रोकना होगा। डॉ। जोशी ने कहा कि मुस्लिम आवाम जातिवाद की वोटिंग नहीं करती। अगर करती होती तो पीस पार्टी, मुस्लिम लीग वगैरह पार्टियों के पदाधिकारियों को अपना नेता चुनतीं, लेकिन ऐसा नहीं है। मुस्लिम कल भी कांग्रेस के साथ थे और आज भी कांग्रेस के साथ हैं। कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला चेयरमैन इंजीनियर मो। नसीम सिद्दीकी ने कहा कि इतिहास गवाह है कि देश को आजाद कराने में मुस्लिम समुदाय के लोगों न सिर्फ खून बहाया है, बल्कि कुर्बानी भी दी है। फिर भी फिरकापरस्त ताकतें सवाल उठाती हैं। कांग्रेस ही ऐसी पार्टी है, जिसने पहले भी अल्पसंख्यकों का सम्मान किया है और आज भी अल्पसंख्यकों के हक की लड़ाई लड़ रही है। सम्मेलन में सिराज मेहंदी, रजिया सुल्तान, चौधरी जितेंद्रनाथ, एसपी लाल, हलीम अंसारी आदि मौजूद रहे।