बीजेपी से बचाने के लिए

यह रिसार्ट बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा क्षेत्र में स्थित है, जिसका प्रतिनिधित्व कर्नाटक के ऊर्जा मंत्री डीकेशिवकुमार के छोटे भाई डीके सुरेश करते हैं। पदाधिकारी ने कहा कि पार्टी हाईकमान ने हमें शुक्रवार रात राज्य में इन लोगों के रुकने के दौरान उनकी देखभाल करने के निर्देश दिए। विधायकों को दूसरी जगह इसलिए भेज दिया गया, जिससे गुजरात में 8 अगस्त को राज्यसभा के लिए होने वाले चुनाव के मद्देनजर पार्टी की प्रतिद्वंदी बीजेपी उन्हें अपने जाल में नहीं फंसा सके।

रिसॉर्ट या जेल! जानें क‍िसके डर से बेंगलुरु के इस ऑलीशान रिसॉर्ट में ठहरे हैं कांग्रेस के 44 विधायक

उपलब्ध नहीं जानकारी

कांग्रेस के सीनियर लीडर अहमद पटेल पांचवें कार्यकाल के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। पदाधिकारी ने बताया कि उसके पास यह जानकारी उपलब्ध नहीं है कि वे कितने दिनों तक रुकेंगे। उसे बस उन लोगों की देखभाल करने के निर्देश दिए गए हैं। गौरतलब है कि गुरुवार को गुजरात में कांग्रेस छह विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं। इसी के बाद पार्टी ने 44 विधायकों को दूसरी जगह भेजने का फैसला किया है।

 

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धमकी-लालच देने का आरोप

गुजरात विधानसभा में 182 सीटें हैं। सीनियर कांग्रेस नेता अर्जुन मोढवाडिया ने शुक्रवार रात रवाना होने से पहले अहमदाबाद एयरपोर्ट पर मीडिया को बताया कि उन्होंने (बीजेपी नेताओं ने) जो गोवा, मणिपुर और बिहार में किया। वही, वे गुजरात में भी करने की कोशिश कर रहे हैं। हमारे विधायकों को धमकाया जा रहा है या उन्हें पैसे का लालच दिया जा रहा है। एक आईपीएस अधिकारी के जैसे लोग, जो फर्जी मुठभेड़ मामले में 8-9 सालों से सलाखों के पीछे था। उसका इस्तेमाल हमारे विधायकों को अगवा करने, पैसे का लालच देने और उन्हें धमकाने के लिए किया जा रहा है।  असुरक्षा और आतंक का माहौल है, इसलिए हमारे विधायकों को सुरक्षित जगह ले जाया जा रहा है।

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अहमद को 47 वोट की जरूरत

पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी केराजनीतिक सचिव अहमद पटेल ने 26 जुलाई को राज्यसभा चुनाव के लिए अहमदाबाद में अपना नामांकन दाखिल किया था। उन्हें फिर से निर्वाचित होने के लिए पहले दौर में 47 मतों की जरूरत है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा है कि कांग्रेस को अपने विधायकों पर विश्वास नहीं है। इसलिए पार्टी ने उन्हें बेंगलुरु भेज दिया है। रुपाणी के अनुसार, कांग्रेस के विधायक अपनी मर्जी से त्यागपत्र दे रहे हैं। वहीं, सीनियर कांग्रेस लीडर शंकर सिंह वाघेला ने चुटकी लेते हुए कहा है कि जब राज्य में  जनता के साथ रहकर उनकी सेवा करनी चाहिए। उन्होंने कांग्रेस के इस संकट के पीछे अपना हाथ होने से ाी इन्कार किया है।

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