सीएम हरीश रावत देंगे 5 जनवरी को धरना

-पीसीसी चीफ के नेतृत्व में दो बार हो चुका दिल्ली में धरना

-चुनावी वर्ष में उपेक्षा के मुद्दे को उभारने की कोशिश

DEHRADUN: कांग्रेस संगठन के बाद अब सरकार दिल्ली में मोर्चा खोलने जा रही है। सीएम हरीश रावत ने दिल्ली धरने की तारीख तय कर दी है। भ् जनवरी को ये धरना होगा। हालांकि जगह या तो एनजीटी दफ्तर होगा या जंतर मंतर। चुनावी वर्ष में अपने बयानों और भाषणों से उपेक्षा के मुद्दे को सीएम हरीश रावत गरमाने की लगातार कोशिश कर रहे हैं। धरने का ऐलान इस कोशिश को विस्तार देगा।

एनजीटी का विरोध रहेगा केंद्र में

भागीरथी ईको सेंसटिव जोन के राज्य सरकार के प्रस्ताव को एनजीटी के स्तर पर खारिज करने से सीएम हरीश रावत खफा हैं। राज्य हितों के प्रति कांग्रेस की प्रतिबद्धता को चुनावी लिहाज से जाहिर करने की सीएम कोशिश कर रहे हैं। लिहाजा भ् जनवरी के कार्यक्रम का बाकायदा अब ऐलान हो गया है। सीएम हरीश रावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुद इसकी जानकारी दी। वैसे, एनजीटी के विरोध के अलावा, उन्होंने आटाबंदी, आईडीएल और एचएमटी बंदी जैसी बातों का जिक्र करते हुए केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश भी की।

दिल्ली में कांग्रेस कर चुकी आंदोलन

सीएम हरीश रावत के धरना कार्यक्रम में प्रदेश संगठन भी उनके साथ रहेगा, लेकिन इससे पहले दो बार केंद्र की नीतियों के खिलाफ पीसीसी चीफ किशोर उपाध्याय की अगुवाई में दिल्ली जंतर मंतर पर बडे़ धरने हो चुके हैं। दिल्ली में सीएम रहते हुए हरीश रावत का धरना कहीं न कहीं अरविंद केजरीवाल के धरने की याद भी दिलाएगा।