- खेत में पड़ी मिली लाश, सिर पर चोट के निशान, पास ही गिरी थी बाइक

- कुछ ही दूरी पर सिगरेट, शराब की बोतल व डिस्पोजल गिलास मिले

- बेटे ने चार के खिलाफ दर्ज करवाई एफआईआर

ALLAHABAD: कांग्रेस के नेता जीतेश मिश्रा के ठेकेदार पिता राकेश कुमार मिश्रा (42) का शनिवार रात कत्ल कर दिया गया। उनका शव रविवार को सरायइनायत के लीलापुर गांव के एक गेहूं के खेत में पड़ा मिला। सिर पर किसी नुकीली चीज से घाव के निशान थे। जिस जगह शव मिला, उससे कुछ ही दूरी पर शराब की बोतलें, सिगरेट व डिस्पोजल गिलास मिले हैं। जीतेश का आरोप है कि उसके पिता का चुनावी रंजिश में कत्ल किया गया है। उसकी तहरीर पर चार लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। राकेश के चचेरे भाई अमरेंद्र ककरा दुबावल गांव के प्रधान हैं।

मुंबई में करते थे ठेकेदारी

हनुमानगंज प्रतिनिधि के मुताबिक राकेश ककरा दुबावल गांव के रहने वाले थे और मुंबई में ठेकेदारी करते थे। वह कुछ महीने पहले वापस लौट आए थे। परिवार में तीन बेटे व एक बेटी है। शनिवार दोपहर लीलापुर गांव के दयाशंकर मिश्र उर्फ दयालु से मिलने के लिए वह गए थे। देर रात तक जब वह वापस नहीं लौटे तो उनकी तलाश शुरू हुई। चचेरा भाई बबलू मिश्रा खोजते हुए लीलापुर की ओर जा रहा था। उसे रास्ते में राकेश की बाइक दिखी। उसने आसपास खोज शुरू की तो गेहूं के खेत में शव पड़ा हुआ था। उनके तो पांव तले जमीन खिसक गई। पास ही बाइक पड़ी मिली। उसने घर वालों को इसकी खबर दी। खबर पुलिस को भी दी गई। पुलिस ने आसपास के इलाके की खोजबीन शुरू की तो कुछ ही दूरी पर सिगरेट के दो पैकेट, शराब की बोतलें व डिस्पोजल गिलास पड़े मिले। पुलिस ने सारे सामान को सील कर दिया है। पुलिस ने डेडबॉडी को पोस्टमार्ट के लिए भेजा। मौत की वजह शॉक व ब्रेन हेमरेज बताई गई है। उनके शरीर के बाएं तरफ की पसलियां भी टूटी हुई थीं।

दोस्त से हुई पूछताछ

पुलिस ने दयाशंकर मिश्र उर्फ दयालु को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। राकेश के बेटे जीतेश ने चुनावी रंजिश में पिता के कत्ल का आरोप लगाया है। उसकी तहरीर पर पुलिस ने आनंद कुमार मिश्र, कौशलेंद्र मिश्र, सोनू मिश्र व गोल्डू मिश्र के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। जीतेश कांग्रेस पार्टी में है। वह एनएसयूआई का जिलाध्यक्ष भी रह चुका है। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में संगठन के खिलाफ काम करने के आरोप में उसको निष्कासित कर दिया गया था लेकिन बाद में उसकी वापसी हो गई थी।

परिवार वाले सदमे में

राकेश के मौत से पूरा परिवार गहरे सदमे में है। राकेश मां-पिता की एकलौती संतान थे। परिवार में भी उनकी काफी चलती थी। परिवार में हर काम उनकी राय बात के बाद ही होता था। पत्‍‌नी सरोजा देवी का तो रो-रोकर बुरा हाल हो गया था। घर में जीतेश की शादी की तैयारी भी चल रही थी।

रिपोर्ट से पुलिस का इंकार

सरायइनायत पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिल गई है लेकिन वह इससे इंकार कर रही है। पुलिस का कहना है कि अभी मामले की जांच चल रही है। मौत कैसे हुई, इसका पता डॉक्टरी रिपोर्ट के बाद ही चल सकेगा। एसओ अमित मिश्रा भी साफ बोलने से बचते रहे। चर्चा यह भी रही कि राकेश की बाइक भी क्षतिग्रस्त हो गई थी। ऐसा एक्सीडेंट से हो सकता है। कत्ल के बाद से गांव में काफी तनाव है। इसको देखते हुए हंडिया, झूंसी, फूलपुर, बहरिया आदि थानों की फोर्स तैनात कर दी गई है।

बैकग्राउंड भी अच्छा नहीं था

राकेश के बारे में बताया गया कि उनका बैक ग्राउंड भी कुछ अच्छा नहीं था। उनके ऊपर कुछ मुकदमे दर्ज हैं। इसमें से कुछ में चार्जशीट भी दाखिल हो चुकी है।

इन एंगिल पर चल रही जांच

- मर्डर हुआ तो बाइक खेत के बगल कैसे गिरी हुई मिली

- सिर पर नुकीली चीज से चोट के निशान कैसे बने

- लेफ्ट साइड की पसलियां कैसे टूटीं

- रात में खेत में शराब पीने वाले कौन थे

- रात में आखिरी किन-किन लोगों से बात हुई थी