-बाबा साहब की प्रतिमा को अर्पित किया पत्रक

-जिलाध्यक्ष सहित अन्य नेताओं ने डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन पर लगाया आरोप

-आचार संहिता के पहले ही प्रदर्शन कार्यक्रम की हुई थी घोषणा

VARANASI

सेंट्रल गवर्नमेंट की नोटबंदी के मुद्दे पर शनिवार को कांग्रेसजनों का जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन का कार्यक्रम आयोजित था, लेकिन डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने उन्हें परमिशन ही नहीं दिया। कचहरी स्थित शास्त्री घाट से जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करने के लिए ज्यों ही कांग्रेसजन निकले थे कि उनको पुलिस कर्मियों ने रोक दिया। इस दौरान धक्कामुक्की भी हुई लेकिन प्रशासन अपने डिसीजन पर अडिग था। मौके पर जिला प्रशासन का प्रतिनिधित्व कर रहे नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी महातम सिंह यादव ने साफ कहा कि आचार संहिता लागू है। ऐसे में बिना परमिशन के प्रदर्शन करना संभव नहीं होगा।

नेताओं ने जतायी नाराजगी

प्रदर्शन से कार्यकर्ताओं को रोके जाने पर जिलाध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा ने नाराजगी जाहिर की। कहा कि परेशान करने के लिए जिला प्रशासन ने प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी। बताया कि प्रदर्शन कार्यक्रम की घोषणा आचार संहिता लागू होने से पूर्व ही कर दी गई थी। एमएलए अजय राय ने कहा कि प्रदेश भर में आचार संहिता लागू है लेकिन अन्य जिलों में कांग्रेस का प्रदर्शन हो रहा है जबकि वाराणसी में जिला प्रशासन अनुमति नहीं दे रहा है। एआईसीसी से आए पर्वेक्षक व हरियाणा के पूर्व विधायक कुलदीप वत्स ने केंद्र सरकार की नोटबंदी के फैसले को बड़ा घोटाला बताया। कहा कि प्रदेश में सपा से गठबंधन बाद कांग्रेस को फायदा होगा लेकिन अभी पार्टी प्रदेश में अकेले दम पर चुनाव मैदान में जा रही है। पूर्व सांसद व प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ। राजेश मिश्र भी मौके पर पहुंचे थे। अंत में कांग्रेसजनों ने कचहरी पार्क स्थित अंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष राष्ट्रपति को संबोधित पत्रक सौंपा। प्रदर्शन के लिए शास्त्री घाट पर महानगर अध्यक्ष सीताराम केसरी, सतीश चौबे, विजय शंकर पांडेय, अनिल श्रीवास्तव, डॉ। प्रमोद पांडेय, कैलाश टंडन, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, बैजनाथ सिंह, देवेंद्र सिंह, रामसुधार मिश्र, भूपेंद्र सिंह, शैलेंद्र सिंह, जितेंद्र सेठ, प्रमोद वर्मा, डॉ। जेपी तिवारी, शिव जी सिंह आदि शामिल थे।