-लखनऊ कांड के बाद चेकिंग के लिए नई गाइडलाइन

-इंस्पेक्टर-दरोगा रहेंगे मौजूद, सीनियर को देंगे सूचना

GORAKHPUR: लखनऊ के विवेक तिवारी हत्याकांड के बाद रात में पुलिस चेकिंग को लेकर बदलाव किए जाने की तैयारी है। रात की गश्त पर निकले सिपाहियों को किसी वाहन की चेकिंग का अधिकार नहीं होगा। सिपाहियों के साथ दरोगा के मौजूद होने पर वाहन चेकिंग हो सकेगी। डीजीपी हेडक्वार्टर ने पत्र भेजकर पुलिस अधिकारियों को अलर्ट किया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नई गाइडलाइन के अनुसार कार्रवाई के निर्देश दिए जाएंगे।

लखनऊ कांड में किरकिरी, निर्देश जारी

लखनऊ के गोमतीनगर में वाहन चेकिंग के दौरान मोबाइल कंपनी के मैनेजर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रात में एक बजे के बाद लग्जरी कार से निकले मैनेजर विवेक तिवारी की कार रोकने को लेकर दो सिपाहियों से तकरार हुई। आरोप है कि ड्यूटी पर मौजूद कांस्टेबल ने मैनेजर कारे सरकारी पिस्टल से गोली मार दी। घटना के पुलिस कर्मचारियों ने मामले को मोड़ने का प्रयास किया। डेढ़ साल के अंदर यूपी पुलिस के सभी गुडवर्क पर अकेले एक बैडवर्क भारी पड़ गया। घटना के बाद से पुलिस की किरकिरी हो रही है। इसको देखते हुए चेकिंग के डीजीपी हेडक्वार्टर ने नए निर्देश जारी किए हैं।

नए निर्देश में हुए ये बदलाव

-रात की गश्त में निकले सिपाही, दरोगा के साथ चेकिंग करेंगे।

-किसी वाहन, किसी व्यक्ति पर संदेह होने की दशा में सूचना प्रसारित करेंगे।

-थानों पर तैनात सिपाही अपनी बीट पर मनमानी तरीके से कार्रवाई नहीं कर सकेंगे।

-किसी के खिलाफ कार्रवाई से पूर्व सीओ, एसओ सहित अन्य को जानकारी देनी होगी।

-विशेष मामलों में वीडियो रिकार्डिंग भी कराई जा सकती है। आरोप से बचने के सबूत रखेंगे।

-हर चेकिंग टीम में इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर जरूरत मौजूद रहेंगे। बिना उनके कार्रवाई नहीं होगी।

यह करते हैं पुलिस कर्मचारी

पिकेट और गश्त पर निकले पुलिस कर्मचारी किसी वाहन की चेकिंग शुरू कर देते हैं।

अकेले ही सिपाही वाहनों के कागज जांचने से लेकर संदिग्ध वस्तुओं की तलाशी करते हैं।

चेकिंग के दौरान पब्लिक से बदसलूकी और वसूली की शिकायतें अधिकारियों को मिलती हैं।

ज्यादातर पुलिस कर्मचारी जानबूझकर रात में ड्यूटी लगवाते हैं। इससे चेकिंग का मौका ि1मलता है।

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