-रामपुर के एक शख्स का नाम आया था सामने,

-टोल प्लाजा पर पत्रकार से कवरेज की वीडियो भी कराई डिलीट

BAREILLY: फतेहगंज पश्चिमी में टोल प्लाजा के पास सिपाही संजीव पोशवाल के हत्यारोपियों का पुलिस तीन दिन बाद भी सुराग नहीं लगा सकी है। इस केस में संजीव की कॉल डिटेल से मीरगंज के एक कथित पत्रकार व प्लाटून कमांडर और रामपुर के एक शख्स का नाम सामने आया है। जब पुलिस ने रामपुर के शख्स के बारे में पता किया तो सामने आया कि वह पूछताछ से बचने के लिए हॉस्पिटल में एडमिट हो गया है, जिससे पुलिस का शक उस पर गहरा गया है। वहीं इस मामले में वारदात के बाद मौके पर कवरेज करने पहुंचे पत्रकार से जबरन टोल प्लाजा के गार्ड ने वीडियो फुटेज डिलीट करा दी थीं। अब पुलिस गार्ड से भी पूछताछ करेगी कि उसने वीडियो डिलीट क्याें करायी।

पिकअप से कुचलकर की थी हत्या

बता दें कि वेडनसडे रात तीन बजे संजीव की पशु तस्करों ने गाड़ी से कुचलकर हत्या कर दी थी। संजीव, एसआई विक्रम सिंह के साथ वैगनआर कार से गोवंशीय पशुओं से भरी पिकअप का पीछा कर रहे थे। टोल प्लाजा पर पिकअप स्लो होने पर संजीव कार से उतरकर ड्राइवर को पकड़ने गए थे। ड्राइवर ने पकड़े जाने पर गेट बंद कर दिया था, जो संजीव के सिर में लगा था और वह नीचे गिर गए थे। जिसके बाद ड्राइवर यू टर्न लेकर गाड़ी सिटी की ओर भगा ले गया था। पुलिस जांच में आया था कि पिकअप को पकड़ने के लिए संजीव मीरगंज के एक पत्रकार से संपर्क में था। जिसके बाद पत्रकार से पूछताछ हुई तो उसने रामपुर के एक शख्स का नाम बताया था।