- एसटीएफ टीमों ने गोरखपुर व इलाहाबाद में छापेमारी कर दबोचा

- पूछताछ में खुलासा, दो लाख रुपये में बिठाया जाता था एक सॉल्वर

LUCKNOW :

पुलिस कॉन्सटेबल भर्ती परीक्षा-2018 में सेंधमारी की कोशिश को यूपी एसटीएफ की टीमों ने नाकाम कर दिया। परीक्षा को लेकर बेहद सतर्कता बरत रही एसटीएफ ने गोरखपुर व इलाहाबाद में छापेमारी कर दो सॉल्वर गैंग का खुलासा करते हुए कुल 17 आरोपियों को अरेस्ट कर लिया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी परीक्षार्थी की जगह पर सॉल्वर बिठाने के लिये दो लाख रुपये तक वसूल रहे थे। टीम ने आरोपियों के कब्जे से 7.29 लाख रुपये, 26 मोबाइल फोन, 14 एडमिट कार्ड, 34 अकाउंट पेई चेक 35 लाख रुपये वैल्यू के व अन्य कूटरचित दस्तावेज व सामग्री बरामद की है।

रेलवे स्टेशन से पकड़ी सॉल्वर्स की 'खेप'

एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह के मुताबिक, बीते दिनों सूचना मिली थी कि यूपी पुलिस कॉन्सटेबल परीक्षा में पूर्वाचल के कुछ जिलों के उम्मीदवारों की जगह पर सॉल्वर बैठाने वाला गैंग सक्रिय है। इस सूचना पर एसटीएफ की गोरखपुर यूनिट में तैनात इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश व उनकी टीम को एक्टिव किया गया। इसी बीच टीम को इंफॉर्मेशन मिली कि ट्रैफिक तिराहे पर सॉल्वर गैंग के कुछ सदस्य अर्टिगा कार से आने वाले हैं। जिस पर टीम ने घेराबंदी कर वहां खड़ी अर्टिगा कार में बैठे तीन आरोपियों अमरनाथ यादव, आनंद यादव व अनिल गिरि को दबोच लिया। पूछताछ में तीनों आरोपियों ने बताया कि गोरखपुर रेलवे स्टेशन के गेट नंबर 1 के करीब सुनील अन्य सॉल्वर्स को लेकर आने वाला है। जिसके बाद एसटीएफ टीम ने छापा मारकर वहां पहुंचे बिहार निवासी धीरेंद्र कुमार, विवेक कुमार, शंकर कुमार, गोरखपुर निवासी विकास यादव, सत्यवंत यादव, संजीव सिंह उर्फ चंचल, सुनील कुमार और अमरनाथ यादव को अरेस्ट कर लिया। टीम ने उनके कब्जे से 5.80 लाख रुपये, 14 एडमिट कार्ड, 16 मोबाइल फोन, फर्जी पहचान पत्र, विभिन्न अभ्यर्थियों के आधार व वोटर कार्ड और अर्टिगा कार बरामद किया।

तैयार किये नकली फिंगरप्रिंट

इसी तरह एसटीएफ टीम ने इलाहाबाद के नैनी स्थित गजराज सिंह स्कूल एंड कॉलेज में छापा मारकर दूसरे की जगह परीक्षा दे रहे पवन कुमार सिंह को दबोच लिया। पड़ताल में पता चला कि वह रामकुमार यादव की जगह पर परीक्षा दे रहा था। पूछताछ के दौरान पवन ने बताया कि परीक्षा में नकल कराने वाले माफिया कौशल सिंह पटेल, नितिन शुक्ला, सत्येंद्र कुमार सिंह, इमरान अली व मो। इरफान नैनी स्थित होटल शेट्टी में मौजूद हैं। उन्हीं के कहने पर वह परीक्षा में शामिल हुआ। जिसके बाद टीम ने होटल में मौजूद उन पांचों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया। टीम ने उनके कब्जे से ओएमआर शीट, प्रश्नपत्रव एडमिट कार्ड, 10 मोबाइल फोन, अंगूठे के निशान का डुप्लीकेट बनाने के लिये 20 एमसील, 6 ब्लूटूथ डिवाइस, 19 मोबाइल फोन स्क्रीन शॉट, 34 अकाउंट पेई चेक, 12 आधार कार्ड, डीएल व पैन कार्ड, 11 एडमिट कार्ड और 1.49 लाख रुपये बरामद किये। पूछताछ के दौरान सरगना कौशल सिंह पटेल ने बताया कि वे लोग परीक्षा में कैंडीडेट को पास कराने का ठेका लेते हैं। इसके लिये पहले कैंडीडेट से से कुछ एडवांस रुपये लेते हैं और शेष रुपये का एडवांस अकाउंट पेई चेक ले लेते हैं। रुपया वसूलने के बाद कैंडीडेट से उसका आधार कार्ड व अंगूठे का निशान एमसील पर लिया जाता था। जिसके बाद उसका फिंगरप्रिंट का डुप्लीकेट तैयार कर उसे सॉल्वर को दे दिया जाता था। सॉल्वर उस डुप्लीकेट फिंगर प्रिंट के जरिए बायोमेट्रिक्स अटेंडेंस लगाकर परीक्षा दे देता था।