JAMSHEDPUR: जुबिली पार्क में अखिल भारतीय आदिवासी महासभा, पूर्वी सिंहभूम जिला कमिटी की ओर से एक बैठक कर संविधान दिवस मनाया गया। इस दौरान सभा को बतौर मुख्य वक्ता राष्ट्रीय प्रवक्ता कृष्णा हांसदा ने उपस्थित लोगों को संविधान दिवस के महत्ता की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने देश के कानून में अदिवासियों के लिए क्या प्रावधान हैं, एवं उनके लिए क्या। क्या सुविधाएं वर्णित हैं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि देश के संविधान को बनानेवाले डॉ। भीमराव अम्बेदकर ने संविधान का निर्माण करते वक्त हर जाति, धर्म एवं संप्रदायों का ख्याल रखा मगर आज कुछ नेताओं ने संविधान का मजाक बना दिया है। उन्होंने कहा कि नेताओं ने राजनीतिक स्वार्थ सिद्द करने के लिए संविधान में निहित तथ्यों का गलत प्रयोग कर रहे हैं। अंत में महासभा की ओर से डॉ। भीमराव अम्बेदकर एवं तत्कालीन सांसद जयपाल सिंह मुंडा के साथ सभी तत्कालीन सांसदों के प्रति आभार प्रकट किया। इसके अलावा सहासभा द्वारा सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि संविधान में आदिवासियों के लिए जितना अधिकार दिया गया है। जब तक पूरी तरह से लागू नहीं किया जाता है, तब-तक उनके द्वारा गणतंत्र दिवस पर आयोजित होनेवाले कार्यक्रमों में हिस्सा नहीं लिया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता अमृत तिऊ ने किया, जबकि कार्यक्रम में चुनाराम बास्के, विरेन्द्र समाद, अमीन सोरेन, इन्द्रो मुर्मु, मार्शल देवगम, मंगल बेसरा, आन्ता मुर्मू, आत्मान बलमुचू आदि शामिल हुए।

युवक ने फांसी लगाकर दी जान

गोविंदपुर थाना क्षेत्र के छोटा गोविंदपुर निवासी सुबोध कुमार सिंह ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना गुरुवार की सुबह करीब क्0 बजे की है। मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को अपने कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेज दिया है। पड़ोसियों ने बताया कि परिवारिक कलह से तंग आकर सुबोध ने आत्महत्या की है। उन्होंने बताया कि पेशे से सुबोध ऑटो चालक का काम करता था। उन्होंने बताया कि सुबोध के घर आने के बाद अकसर परिवार के अन्य सदस्यों के साथ झगड़ा हुआ करता था। सुबोध ने तंग आकर आत्महत्या की है। गोविंदपुर थाना प्रभारी दयानंद कुमार ने कहा कि पुलिस ने य़ूडी केस दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उन्होंने कहा, पता चला है कि परिवारिक विवाद के कारण सुबोध कुमार सिंह ने फांसी लगा कर जान दी। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।