-डेढ़ सौ शिकायतों में से 115 के निर्णय आए उपभोक्ता के पक्ष में

- विभाग से शोषित उपभोक्ता अब विद्युत फोरम में कर सकता है शिकायत

Meerut: अब तक बिजली दफ्तरों में उपभोक्ताओं के हंगामें व अखबार की सुर्खियों तक सिमटे बिजली विभाग द्वारा उपभोक्ताओं के शोषण की बात पर विद्युत लोकपाल ने भी अपनी मुहर लगा दी है। शक्ति क्लब स्थित चीफ इंजीनियर कार्यालय पर मीडिया कर्मियों से वार्ता कर रहे विद्युत उपभोक्ता व्यथा निवारण फोरम के लोकपाल आरएस पांडे ने सुनवाई को आई अधिकतर शिकायतों में उपभोक्ता के पक्ष को मजबूत बताया।

उपभोक्ता के पक्ष में

मेरठ जनपद की शिकायतों की सुनवाई के लिए आए विद्युत लोकपाल आरएस पांडे ने बताया कि एक अप्रैल 2014 से लेकर 31 जनवरी 2015 तक बिजली विभाग के खिलाफ फोरम में कुल 149 शिकायतें दर्ज की गई, जिनमें से सुनवाई के दौरान 115 शिकायतों में उपभोक्ताओं का पक्ष मजबूत पाया गया। इस दौरान इन शिकायतों की सुनवाई में निर्णय उपभोक्ताओं के पक्ष में ही सुनाया गया।

क्या है उपभोक्ता निवारण फोरम

दरअसल, एक्ट ख्00फ् में लिखित प्रावधान के अनुसार विद्युत नियामक आयोग ने बिजली विभाग पर वॉच डॉग के तौर पर विद्युत उपभोक्ता व्यथा निवारण फोरम का गठन किया था। फोरम का मुख्य काम विद्युत चोरी को छोड़कर बाकी सभी मामलों में बिजली विभाग के खिलाफ उपभोक्ताओं की शिकायतों पर सुनवाई करना है। हालांकि इन मामलों में सबसे अधिक मामले बिजली बिलों, निजी नलकूप, मीटर व नए कनेक्शन से संबंधित होते हैं।

पश्चिमांचल में बने तीन मंडल फोरम

शासन की ओर से पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के सभी तीन मंडलों मेरठ, सहारनपुर व मुरादाबाद में फोरम दफ्तर खोले गए हैं, जबकि इनका हर जिलों में एक क्षेत्रीय कार्यालय भी बनाया गया है। मंडल स्तरीय फोरम का अध्यक्ष कोई सेवानिवृत जज या कोई प्रशासनिक अफसर नियुक्त किया जाता है, जबकि एक तकनीकि सदस्य व संयोजक पद पर एक्सईएन लेवल का अफसर बैठाया जाता है।

तीन माह में सुनवाई, एक लाख जुर्माना

विद्युत लोकपाल आरएस पांडे ने बताया कि विभागीय कार्यप्रणाली से त्रस्त कोई भी उपभोक्ता अपने क्षेत्रीय फोरम कार्यालय में अर्जी दाखिल कर सकता है। किसी भी मामले को तीन माह के अंदर निस्तारित करना अनिवार्य है। जबकि फोरम के निर्णय के बाद अनुपाल न करने वाले पर एक लाख तक का जुर्माना भी लगाया जा सकता है। क्षेत्रीय फोरम के निर्णय के सापेक्ष विद्युत लोकपाल, जबकि उसके सापेक्ष हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल की जा सकती है।

जागरुकता अभियान चलाए विभाग

विद्युत लोकपाल ने फोरम के प्रचार प्रसार के लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए विभागीय अफसरों से जन जागरूक अभियान चलाने की बात कही। उन्होंने कहा कि इसके लिए वॉल पेंटिंग व बिलों के पीछे फोरम संबंधित जानकारी प्रिंट कर उपभोक्ता को जागरूक बनाएं। लोकपाल ने कहा कि जानकारी के अभाव के कारण अभी जनता इसका भरपूर लाभ नहीं उठा पा रही है।

यहां कर सकते हैं संपर्क

ब्ख् आर्य नगर, सूरजकुंड रोड मेरठ को जनपद का कार्यालय बनाया गया है। यहां फोरम के तकनीकि सदस्य डीसी अग्रवाल उपभोक्ताओं की समस्याओं की सुनवाई करते हैं। इस दौरान मेरठ जोन की चीफ इंजीनियर एके कोहली व अन्य अफसर मौजूद रहे।