-थ्री फेस कनेक्शन होने पर केवीएएच में बिलिंग

-केवीएएच बिलिंग से 15-20 परसेंट तक बढ़ जाएगा बिल

kanpur@inext.co.in

KANPUR: पॉवर टैरिफ बढ़ने से पहले कानपुराइट्स को बिजली एक के बाद एक झटके दे रही है. पहले केस्को ने खराब मीटर वालों की मिनिमम बिलिंग क्ख्0 से बढ़ाकर क्भ्भ् यूनिट प्रति किलोवॉट प्रति मथ कर दी है. अब यूपीपीसीएल ने थ्री फेस कनेक्शन की केवीएएच बिलिंग का आदेश जारी किया है. इससे लगभग फ्0 हजार लोगों के बिजली के बिल में क्भ् से ख्0 परसेंट तक बढ़ जाने की संभावना है.

क्0 किलोवॉट से ऊपर शुरुआत

अभी तक केवीएएच(किलोवोल्ट एम्पियर ऑवर) बिलिंग क्0 किलोवॉट से अधिक के कनेक्शन पर ही की जाती थी लेकिन यूपीपीसीएल ने अब थ्री फेस की केवीएएच में बिलिंग का आदेश जारी किया है. इससे भ् किलोवॉट व इससे अधिक के कनेक्शन (डोमेस्टिक)भी केवीएएच में बिलिंग होगी क्योंकि सिटी में भ् किलोवॉट या इससे अधिक के डोमेस्टिक कनेक्शन थ्री फेस में किए जाते है.

फ्9 हजार हैं कनेक्शन

फिलहाल भ् किलोवॉट या इससे अधिक लोड के लगभग फ्9 हजार कनेक्शन हैं. इनमें से क्0 किलोवॉट या इससे अधिक लोड के 9 हजार के हैं. इनकी बिलिंग ही केवीएच में होती है. इस तरह भ् किलोवॉट व इससे अधिक लोड के करीब फ्0 हजार हैं जिनकी बिलिंग केडब्ल्यूएच(किलोवाॅट ऑवर) में होती है.

क्या होता है बिलिंग में अंतर

केडब्ल्यूएच(किलोवॉट ऑवर) और केवीएच(किलोवोल्ट एम्पियर ऑवर) में बिलिंग में मुख्य अन्तर पॉवर फैक्टर का होता है. केडब्ल्यूएच बिलिंग में पॉवर फैक्टर क् होता है, जबकि केवीएएच में बिलिंग में पॉवर फैक्टर आईडियल कंडीशन में 0.9 और आमतौर पर .8भ् से .7भ् तक पॉवर फैक्टर निकलता है. मिसाल के तौर पर हम बता दें कि पहले केडब्ल्यूएच बिलिंग होने पर अगर क्00 यूनिट बिजली का खर्च आता था तो अब केवीएएच बिलिंग (.8भ् पॉवर फैक्टर पर) होने पर ये क्क्7.म् यूनिट का बिल आएगा. जाहिर है कि केवीएच बिलिंग होने पर क्7.भ् यूनिट का बिल अधिक देना पड़ेगा. अगर पॉवर फैक्टर .8भ् से कम हुआ तो और अधिक बिल चुकाना पड़ेगा. यानि कि जितना कम पॉवर फैक्टर होगा, उतना ही अधिक आपको बिजली का बिल चुकाना पड़ेगा.

कैपेसिटर लगाकर कंट्रोल

पॉवर फैक्टर कंट्रोल करने के उपाय हैं. केस्को के इंजीनियर्स के मुताबिक कैपेसिटर लगाकर पॉवर फैक्टर को बढ़ाया जा सकता है. कैपिस्टर की मदद से 0.9 से भी अधिक पॉवर फैक्टर लाया जा सकता है. पॉवर फैक्टर बढ़ाने के लिए कैपेसिटर का यूज लगभग ज्यादातर मल्टीस्टोरी के अलावा इंडस्ट्रीज में भी हो रहा है.

----

बॉक्स:

खामियाजा भुगत रहे लोग

खराब मीटर होने का खामियाजा हजारों की संख्या में लोग भुगत रहे हैं. केस्को ने दो साल में इनकी मिनिमम बिलिंग यूनिट लगभग दोगुनी कर दी है. पिछले साल मिनिमम बिलिंग 80 से बढ़ाकर क्ख्0 यूनिट प्रति किलोवॉट प्रति महीना की गई थी. अब क्ख्0 से बढ़ाकर क्भ्भ् यूनिट प्रति किलोवॉट प्रति महीना कर दी गई है. इससे मई में दो किलोवॉट के बिजली कनेक्शन वाले घरों के बिल में फ्00 रूपए से भी ज्यादा की बढ़ोत्तरी हो गई है. लोगों का कहना है कि पैसा जमा करने के बावजूद केस्को खराब मीटर नहीं बदल पा रहा है. लोग केस्को सबस्टेशन, डिवीजन, मुख्यालय और बिजलीघर परेड के चक्कर काट रहे हैं.

----

कोट:

-यूपीपीसीएल का जारी किया गया केवीएएच का आदेश अभी तक नहीं मिला है. केवीएएच बिलिंग से पॉवर सप्लाई क्वालिटी अच्छी रखने में मदद मिलती है. मीटर की तो फिलहाल कोई शॉर्टेज नहीं है. यूपीपीसीएल के आदेश पर ही खराब मीटर होने पर क्भ्भ् यूनिट प्रति किलोवॉट प्रति महीना बिलिंग की गई है.

- एकेएस चौहान, चीफ इंजीनियर केस्को