अब बाढ़ नहीं संक्रामक रोग का खतरा

-डीएम ने कहा लापरवाही हुई तो होगी सक्त कार्रवाई

-गांव गांव पहुंची डॉक्टर्स और पशु डॉक्टर की टीम

-घाघरा, रोहिन, कुआनो उतार पर, राप्ती स्थिर

GORAKHPUR:

सभी नदियों के डाउन होने से गोरखपुराइट्स को अब बाढ़ नहीं बल्कि संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा सता रहा है। बाढ़ प्रभावित कई एरिया में उल्टी-दस्त ने सताना भी शुरू कर दिया है। हालांकि डीएम के निर्देश के बाद हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम ने अधिकांश बाढ़ प्रभावित गांवों में अपना डेरा जमा रखा है। डीएम ने भी लापरवाही बरतने पर संबंधित कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है। गोरखपुर में घाघरा, रोहिन और कुआनो तीनों नदियां लगातार डाउन हो रही हैं, जबकि राप्ती स्थिर है। मंडे को गोरखपुर के एक भी गांव में बाढ़ नहीं है और न ही एक भी गांव मैरूंड है।

गांव में फैली बीमारी तो कार्रवाई होगी डिपार्टमेंट पर

प्रशासन के चुस्त रवैये के कारण बाढ़ से कोई जनहानि नहीं हुई। अब प्रशासन संक्रामक बीमारी से निपटने की तैयारी कर रहा है। डीएम रंजन कुमार ने संक्रामक बीमारी न फैले इसके लिए सीएमओ को सक्त निर्देश दिया है। डीएम के आदेश के बाद सीएमओ की टीम अधिकांश बाढ़ प्रभावित गांवों में दवा उपलब्ध कराने के साथ हर छोटी-छोटी बीमारी को गंभीरता से ले रही है। खास तौर पर हेल्थ डिपार्टमेंट उन गांवों में कैंप भी लगा रहा है, जहां एक भी उल्टी-दस्त का मरीज मिल रहा है। क्योंकि संक्रामक रोगों की यह पहली पहचान होती है। वहीं पशुओं के जरिए कोई बीमारी न फैले इसके लिए पशु अधिकारी ने अपनी टीम गांव-गांव में लगाई है।

बूढ़ी राप्ती नहीं होने दे रही राप्ती का वाटर लेवल कम

पहाड़ों और नेपाल में बारिश न होने से अब सभी नदियों का वाटर लेवल तेजी से डाउन हो रहा है। घाघरा, रोहिन और कुआनो तीनों नदियां डेंजर लेवल से नीचे बह रही हैं जबकि राप्ती अभी भी लाल निशान के पार है। सभी नदियों की तरह राप्ती भी डाउन होती, मगर बूढ़ी राप्ती का लगातार पानी आने से राप्ती खतरे के निशान के नीचे नहीं आ रही है। हालांकि राप्ती पिछले ख्ब् घंटे से स्थिर है। अयोध्या में घाघरा 9ख्.ख्9भ् मीटर, तुर्तीपार में घाघरा म्फ्.7फ्0 मीटर, बर्डघाट में राप्ती 7भ्.फ्फ्0 मीटर, त्रिमोहिनीघाट में रोहिन 8क्.ख्म्0 मीटर और मुखलिसपुर में कुआनो 7भ्.ख्फ्0 मीटर पर बह रही है।

वर्जन-

बाढ़ अब खत्म हो चुकी है। संक्रामक बीमारी न फैले इसके लिए सभी उन गांवों में जो बाढ़ से प्रभावित थे, वहां डॉक्टर्स के साथ पशुओं के डॉक्टर्स की टीम लगा दी गई है। जिससे किसी भी हालत में संक्रामक बीमारी पांव न पसार सकें। अब सभी एरिया में स्थिति नॉर्मल है।

सुरेंद्र राम, मुख्य राजस्व अधिकारी