RANCHI: अगर आप भी घंटों मोबाइल पर मैसेजिंग करते हैं, तो अब अलर्ट हो जाइए। चूंकि मोबाइल पर रेगुलर मैसेजिंग करने से आपको टेनिस एल्बो जैसी खतरनाक बीमारी हो सकती है। वहीं मोबाइल पर गेम खेलने से भी युवाओं में डीकर्व टेंडीनाइटिस की समस्या बढ़ रही है। ऐसे लोग सदर हास्पिटल के फीजियोथेरेपी सेंटर पहुंच रहे है, जहां फिजियोथेरेपिस्ट डॉ। अभय कुमार पांडेय मरीजों का इलाज कर रहे हैं। साथ ही मोबाइल और कंप्यूटर का बेहतर तरीके से इस्तेमाल करने की भी सलाह दे रहे हैं।

पोस्चर प्रॉब्लम दूर करेगा स्ट्रेच

मोबाइल और कंप्यूटर पर घंटों समय बिताने वाले लोग पोस्चर की प्रॉब्लम से जूझ रहे हैं। ऐसे में एक ही पोस्चर में अगर आप लगातार काम कर रहे हैं, तो आपको पोस्चर से जुड़ी कई बीमारियां अपनी चपेट में ले लेंगी। ऐसे में कंप्यूटर पर काम करते वक्त भ् मिनट का ब्रेक लेना जरूरी है। इसमें आप अपनी बॉडी को स्ट्रेच कर सकते है। हाथ-पैर का स्ट्रेच तत्काल आपको राहत देगा।

कंप्यूटर का हार्ड कीबोर्ड जल्द बदलें

आप जिस भी कंप्यूचर पर काम करते है और उसका कीबोर्ड हार्ड हो चुका है, तो वो भी आपको डीकर्व टेंडीनाइटिस की प्राब्लम दे सकता है। इसलिए तुरंत अपने कीबोर्ड को बदलें। नहीं तो पैसे बचाने के चक्कर में आपको भारी हर्जाना भरना पड़ सकता है। वहीं रेगुलर बैठकर काम करने से आपको स्पांडिलाइटिस की भी समस्या हो सकती है।

बॉक्स

हर क्0 में 9वें व्यक्ति को पोस्चर प्रॉब्लम

आफिस में घंटों कंप्यूटर पर बैठकर काम करने से लोग पोस्चर की बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं। ऐसे में अगर नंबर्स की बात करें तो हर दस में से 9 व्यक्ति को पोस्चर की बीमारी है। जिसपर वो ध्यान नहीं देते और यही बीमारी गंभीर हो जाती है। लोगों की जान पर भी बन आती है। इसलिए काम करते वक्त अपने पोस्चर का ध्यान रखना जरूरी है। पोस्चर की वजह से लोगों को सर्वाइकल स्पांडिलाइटिस (पीठ का दर्द) और लंबर स्पांडिलाइटिस (कमर दर्द) जैसी घातक बीमारी हो रही है।

फोन पर बात करते दो मिनट वाक

काम करने के दौरान अगर ब्रेक नहीं ले पाते है तो ऐसी स्थिति में कॉल आने पर अपनी सीट से उठ जाए और बात करते वक्त थोड़ी वॉक कर लें। इससे आपको काम से रेस्ट भी मिल जाएगा और आपकी स्ट्रेौिंग भी हो जाएगी। डॉ। अभय बताते है कि कई बार काम करने के दौरान यह ध्यान नहीं रहता कि वह कितने घंटे से एक ही पोजिशन में बैठे है। लेकिन यह पोजिशन लंबे समय तक के लिए समस्या खड़ी कर सकता है।

इनका रखें ख्याल

-मोबाइल पर रेगुलर मैसेजिंग से बचें

-गर्दन झुकाकर मोबाइल से न करें बात

-आर्म रेस्ट चेयर पर काम करें

-कुर्सी पर बैठते वक्त पोस्चर का रखें ध्यान

-घुटना से कमर तक 90 डिग्री पोजिशन

-कंप्यूटर को 90 डिग्री पर रखें

वर्जन

स्मार्टफोन यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ी है। वहीं जॉब को लेकर भी लोग कंप्यूटर पर घंटों बैठकर काम कर रहे हैं। इस चक्कर में लोग अपनी हेल्थ को लेकर अवेयर नहीं हैं। यही वजह है कि यूथ्स भी गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। इसलिए थोड़ा टाइम निकालकर काम के दौरान स्ट्रेच करने से उन्हें राहत मिल सकती है।

-डॉ। अभय कुमार पांडेय, फीजियोथेरेपिस्ट, सदर हॉस्पिटल