थम नहीं रहा नेपाल में भूकंप के बाद के झटकों का सिलसिला. रविवार को दो बार आए भूकंप के झटकों के बाद सोमवार की सुबह एक बार फिर यहां भूकंप के झटके महसूस किए गए.  काठमांडू में सुबह 6:25 मिनट पर भूकंप के झटके से लोग एक बार फिर सहम कर उठ गए. देखा जाए तो शनिवार को आए विनाशकारी भूकंप के बाद से अब तक नेपाल समेत पूरे उत्तर भारत में छोटे-बड़े कुल 66 झटके महसूस किए गए हैं. यही वजह हैं कि ना सिर्फ नेपाल के आम नागरिक बल्की वहां के राष्ट्रपति राम बरन तक सभी लोग लगातार दो दिन से खुले आसमान के नीचे समय बिता रहे हैं. रविवार और कल रात आए झटकों के बाद से ही लोग घर जाने से कतरा रहे थे कि सोमवार की सुबह के झटकों ने फिर से उनके भरोसे को हिला दिया.

नेपाल में मृतकों की संख्या 2000 के पार

इस बीच रविवार को दोबारा आए तेज भूकंप के चलते अब तक नेपाल में 2500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 6 हजार से ज्यादा लोग जख्मी हैं. अकेले काठमांडू में ही 1000 से ऊपर मौतें हो चुकी है. हालाकि कल शाम के खराब मौसम के बाद अब नेपाल में मौसम सामान्य बताया जा रहा है, जिससे राहत और बचाव के कामों में तेजी आ सकेगी.

बीते तीन दिनों से भूकंप के झटके थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. रविवार दोपहर 12:42 बजे दिल्ली-एनसीआर में जबरदस्त झटके महसूस किए गए. नेपाल में 6.9 रिक्टर स्केल तीव्रता का भूकंप आया. भूकंप के बाद माउंट एवरेस्ट में फिर से हिमस्खलन की खबर भी आई थी. इस बीच नेपाल से फंसे हुए लोगों को निकालने का काम तेजी से जारी है. भारतीय वायुसेना के विमान से फंसे हुए लोगों को काठमांडू से दिल्ली लाया जा रहा है. भारतीय वायुसेना ने अब तक करीब 1935 यात्रियों को नेपाल से सुरक्षित निकाल लिया है. बचाव कार्य अब भी जारी है. ये भी खबर है कि सेना के 13 विमानों के साथ बसें भी बचाव की मुहिम में शामिल की जा रही हैं. रक्सौल और सोनौली के रास्ते सोमवार को 60 बसें नेपाल रवाना होने की संभावना है.

Hindi News from India News Desk

National News inextlive from India News Desk