-स्टेट भर के बिजली कर्मचारी होंगे शामिल

-लेबर कमिश्नर के साथ मीटिंग रही बेनतीजा

PATNA : स्टेट भर के करीब पांच हजार कांट्रेक्ट बिजली कर्मचारी स्ट्राइक करेंगे। सोमवार को बिजली कर्मचारियों, लेबर कमिश्नर और पावर होल्डिंग कंपनी के अधिकारियों के बीच वार्ता विफल हो गयी। कल क्8 फरवरी को स्टेट भर के कांट्रेक्ट बिजली कर्मचारी स्ट्राइक करेंगे। इनकी मांग है कि पिछले आठ साल से विभिन्न पदों पर बिजली कर्मचारी कांट्रेक्ट पर काम कर रहे हैं। कई बार मांग के बाद भी कर्मियों को न तो स्थायी किया गया है और न ही सम्मानजनक वेतन ही दिया जाता है। बिहार स्टेट इलेक्ट्रिसिटी इम्पलाइज एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश कुमार भगत ने बताया कि जब मैन पॉवर की कमी है तो इसकी अनदेखी क्यों की जा रही है।

जेग्यूलराइजेशन पर नहीं बनी बात

स्ट्राइक को वापस लेने के मकसद से लेबर कमिश्नर के साथ मीटिंग बेनतीजा रही। इसमें पॉवर होल्डिंग कंपनी के अधिकारियों ने रेग्यूलराइजेशन की मांग पर हाथ खडे़ कर दिया। ज्ञात हो कि बोर्ड ने एक कमेटी बनायी थी रेग्यूलराइजेशन के मामले पर। कमेटी ने रिपोर्ट सौंपी। लेकिन जॉब रेग्यूलराइजेशन की मंाग पर बात नहीं बनी। मीटिंग में लेबर कमिश्नर परवेज आलम, पॉवर होल्डिंग कंपनी के जीएम एचआर और जीएम जेनरेशन, बिहार पॉवर वर्कर्स यूनियन के महामंत्री महेश प्रसाद सिन्हा और बिहार स्टेट इलेक्ट्रिसिटी इम्पलाइज एसोसिएशन के सेक्रेटरी संजीव कुमार शर्मा मौजूद थे।

आखिर भेदभाव क्यों

संजीव शर्मा ने कहा कि जहां जूनियर इंजीनियर्स और असिस्टेंट इंजीनियर्स के मामले में मात्र छह महीने में नियुक्ति कर लिया गया। जबकि प्रोबेशन दो साल का था, वहीं जो मैनपावर यहां आठ साल से काम कर रहा है उसे समुचित वेतन तक नहीें मिलता है। उन्होंने बताया कि क्फ् सितंबर, ख्0क्फ् को हुए समझौते में कहा गया कि जॉब रेग्यूलराइजेशन छह महीने में कर दिया जाएगा। ऐसा नहीें हुआ। फिर क्ख् फरवरी, ख्0क्ब् को भी इसी बात को लेकर समझौता किया गया। उन्होंने टालमटोल करने का आरोप लगाया।