- छह दिनों से शिक्षक संगठनों का स्टेट भर के स्कूलों में चल रहा तालाबंदी कार्यक्रम

- नियोजित शिक्षकों का आंदोलन अंजाम पर पहुंचने से पहले ही पड़ने लगा कमजोर

PATNA: वेतनमान को लेकर नियोजित शिक्षकों के विभिन्न संगठन पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। छह दिनों से शिक्षक संगठनों का स्टेट भर के स्कूलों में तालाबंदी का कार्यक्रम भी चल रहा है। आंदोलन के इसी क्रम में नियोजित शिक्षकों की तरफ से आज बिहार बंद की घोषणा की गई है।

महीनों से चल रहा आंदोलन

नियोजित शिक्षक निर्णायक आंदोलन की रूपरेखा लेकर पटना में बजट सत्र से पहले आंदोलन के लिए उतरे थे। इसकी एक झलक थी कि नियोजित शिक्षकों के कई संगठनों ने मिलकर बिहार राज्य नियोजित शिक्षक महासंघ भी बनाया था। एक साथ सारे लोग आठ मार्च से पहले तक आर ब्लॉक पर धरना-प्रदर्शन करते रहे और एक दूसरे का समर्थन भी, लेकिन वर्तमान स्थिति को देखें तो नियोजित शिक्षकों का यह आंदोलन कमजोर पड़ता दिख रहा है। आंदोलन अपने अंजाम पर पहुंचने से पहले ही कमजोर पड़ने लगा है।

किसी का विरोध तो किसी का नो कमेंट

बुधवार के बिहार बंद को लेकर शिक्षक संगठनों के बीच ही मतभेद दिखाई दे रहा है। कुछ शिक्षक संगठन खुलकर बिहार बंद के विरोध में उतर गए और कुछ संगठनों का मानना है कि हमलोग बिहार बंद के पक्ष में नहीं हैं और न ही इसका विरोध करेंगे। मालूम हो कि यह बिहार बंद बिहार राज्य नियोजित शिक्षक संघर्ष मोर्चा की ओर से किया जा रहा है। यह मोर्चा दो गुट से मिलकर बना है। एक बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ और दूसरा नवनियुक्तमाध्यमिक शिक्षक संघ। और इस मोर्चा के संयोजक हैं प्रदीप कुमार पप्पू। बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के ही नाम से दो नेताओं के द्वारा संचालित होता है। एक के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पू हैं और दूसरे के पूरण कुमार। प्रदीप कुमार पप्पू के ग्रुप ने बिहार बंद का एलान किया है, वहीं पूरण गुट ने इसका विरोध किया है।

बिहार बंद से हमारा कोई लेना-देना नहीं है। हम लोकतांत्रिक तरीके से विरोध दर्ज कर रहे हैं और करते रहेंगे। रही बात वार्ता की तो हमारे संगठन की ओर से शिक्षा मंत्री से समय मांगा गया है।

पूरण कुमार, प्रदेश अध्यक्ष, बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ

जो भी संगठन बिहार बंद का विरोध कर रहे हैं, वे जानबूझकर शिक्षक आंदोलन को कमजोर कर रहे हैं। वे सरकार के हित में काम कर रहे हैं। अगर माध्यमिक शिक्षक संघ हम नियोजित शिक्षकों के साथ आती है तो यह स्वागत योग्य है।

नीवन कुमार नवीन, उपाध्यक्ष, नव नियुक्त माध्यमिक शिक्षक संघ

हमारे संगठन से समर्थन मांगा ही नहीं गया है और न ही बिहार बंद की सूचना तक दी गयी है। हम इस बंद के न तो समर्थन में हैं और न ही इसका विरोध करते हैं।

मार्कण्डेय पाठक, प्रदेश अध्यक्ष, टीईटी-एसटीईटी नियोजित शिक्षक संघ