-ट्रेंड व अनट्रेंड के बीच भेद न करे गवर्नमेंट, एक दिन के उपवास पर टीचर्स

-अनट्रेंड टीचर्स के साथ भेद-भाव का आरोप, सीएम व एजुकेशन मिनिस्टर का पुतला फूंका

PATNA: टीईटी-एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ ने शुक्रवार को कारगिल चौक पर सीएम नीतीश कुमार व एजुकेशन मिनिस्टर पीके शाही का पुतला फूंका। संघ के अध्यक्ष मार्कण्डेय पाठक ने बताया कि सरकार की ओर से नियोजित टीचर्स के लिए वेतनमान निर्धारण कमेटी की ओर से प्रस्तावित वेतनमान का स्वरूप भेद-भाव से भरा हुआ है। ट्रेंड व अनट्रेंड टीचर्स को एक समान वेतनमान व आंदोलन के समय हुए समझौता वाली सभी सुविधा मिलनी चाहिए। उन्होंने आगे बताया कि सरकार की मंशा है कि अनट्रेंड के आर में 95 परसेंट टीचर्स को पूर्ण वेतन से वंचित करने का साजिश है। आंदोलन के समय सरकार की ओर से धोखा है। सरकार की इस साजिश के खिलाफ संघ 28 एवं 29 जून को राज्य सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा। सम्मेलन में सरकार की नीतियों का पर्दाफाश किया जाएगा। सरकार ने अपना रवैया नहीं बदला तो संघ की ओर से सड़क आंदोलन किया जायेगा। टीचर्स गवर्नमेंट के फैसले के खिलाफ न्यायालय शरण में भी जाएंगे। पुतला दहन के अवसर पर संघ के जिलाध्यक्ष जय प्रकाश सिंह, जिला उपाध्यक्ष तबरेज आलम, अमित कुमार, प्रमोद कुमार, विनीत कुमार पांडे, रविंद कुमार रवि, जय किशोर, सहित संघ के कई सदस्य उपस्थित थे।

आचार संहिता में फंस सकता है नया वेतनमान

वेतनमान के मुद्दों पर सरकार की ओर से अभी तक आधिकारिक फैसला होना बाकी है। इससे पहले ही ट्रेंड व अनट्रेंड टीचर्स को समान वेतनमान की सुविधा व वेतनमान को लेकर ट्रेंड व अनट्रेंड टीचर्स का धरा गवर्नमेंट के खिलाफ हो रहे हैं। गवर्नमेंट व टीचर्स यूनियन के बीच अगर विवाद का दौर इसी तरह चलता रहा, तो चुनाव के पहले वेतनमान के फैसले आचार संहित में फंस सकता है। आचार संहिता के बाद न संघ न गवर्नमेंट इस मामले में कुछ कर सकेगी। नियोजित अनट्रेंड टीचर्स का आरोप है कि हमें जो पे स्केल दिया जा रहा है वह सही नहीं है। सरकार की ओर से प्रस्तावित वेतनमान के नये प्रारूप में हमारे लिए न तो वेतनमान एक समान है न ही हमें मेडिकल, एचआरए, न ग्रेड पे है। हमें हर हर हाल में एक समान (9फ्00-फ्ब्800) के स्केल में पूर्ण वेतनमान चाहिए।