लावारिस फेंक दी थी बॉडी, राजरूपपुर के लोगों ने दी पुलिस को सूचना

एसपी सिटी समेत अन्य अफसर पहुंचे स्पॉट पर छानबीन करने

ALLAHABAD: धूमनगंज एरिया के रहने वाले 40 वर्षीय युवक को गोलियों से छलनी करने के बाद राजरूपपुर में सुनसान स्थान पर फेंक दिया गया। देर शाम इसका पता चलने पर परिवार के सदस्य अवाक रह गए। मृतक कांट्रैक्टर के रूप में काम करता था। फिलहाल वह एक ठेकेदार के अंडर में काम देख रहा था। मृतक को कई गोलियां मारी गई हैं लेकिन घटनास्थल के आसपास के लोगों को इसकी भनक भी नहीं लगी। इससे पुलिस को आशंका है कि हत्यारों ने या तो साइलेंसर लगे असलहे का इस्तेमाल किया गया फिर उसे मारा कहीं और गया तथा बॉडी लाकर यहां फेंक दी गई। हत्या की सूचना मिलने के बाद पुलिस के साथ एसपी सिटी भी मौके पर पहुंच गए। बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

परिवार में छोटा था जितेन्द्र

धूमनगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले नन्हकू लाल के दो बेटे हैं। जितेन्द्र कुमार और चन्द्रिका प्रसाद। जितेन्द्र छोटा था। वह कांट्रैक्टर का काम करता था। एक ठेकेदार के साथ भी वह जुड़ा हुआ था। वर्तमान में वह उसी के साथ काम कर रहा था। परिवारवालों के अनुसार सोमवार की सुबह जितेन्द्र काम पर निकला था। शाम तक घर वापस नहीं लौटा तो घरवालों को उसकी चिंता सताने लगी। पत्‍‌नी पुष्पा देवी ने पति के फोन पर कई बार काल भी किया, मगर कोई रिस्पांस नहीं मिला। शाम करीब छह बजे राजरूपपुर चौकी से कुछ दूरी पर स्थित सुनसान रोड पर लोगों ने एक शव पड़ा देखा तो सौ नम्बर पर सूचना दी। इस पर पुलिस मौके पर पहुंची। बॉडी देखने से पुलिस को पता चल गया कि गोली मारकर हत्या की गई है और ज्यादा पुरानी घटना नहीं है। पुलिस से मिले फीडबैक पर फोर्स के साथ एसपी सिटी राजेश यादव घटनास्थल पर पहुंच गए। पुलिस ने शव के शरीर पर मौजूद कपड़ों की तलाशी ली तो जेब से फोन मिला। पुलिस ने घर के नम्बर पर कॉल किया तो भाई चन्द्रिका प्रसाद से पुलिस की बात हुई। पुलिस ने उसे पूरी बात बताई और घटनास्थल पर पहुंचने को कहा। चन्द्रिका ने स्पॉट पर पहुंचकर भाई की पहचान की।

किसी ने नहीं सुनी गोली की आवाज

जयंतीपुर के रहने वाले जितेन्द्र कुमार की जिस जगह बाडी मिली वह एरिया काफी सुनसान रहता है। इससे सवाल यह उठा कि आखिर जितेन्द्र वहां कैसे पहुंचा? कोई अपने साथ ले गया? या फिर किसी के बुलाने पर पहुंचा? पुलिस ने स्थानीय लोगों से गोली चलने की आवाज के बारे में पूछा तो किसी ने भी कुछ नहीं बताया। इसके बाद पुलिस ने मृतक के पास से मिले मोबाइल की काल डिटेल खंगालनी शुरी कर दी। पुलिस यह मानना है कि अगर किसी ने जितेन्द्र को काल कर घटना स्थल पर बुलाया होगा, तो उस आधार पर अपराधी को पकड़ना काफी आसान हो जाएगा। बताया जाता है कि बदमाशों ने जितेन्द्र पर कई गोलियां दागी है। उसके गले व पेट में गोली लगने की पुष्टि हुई है। पुलिस को अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है जो मंगलवार को होगा।

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परिवार में छा गया मातम

जितेन्द्र की मौत की जानकारी पत्‍‌नी सहित परिवार के अन्य सदस्यों को मिलते ही, कोहराम मच गया। पत्‍‌नी पुष्पा और दो बच्चों की रो-रोकर बुरा हाल था। घर में कोहराम मचते ही आस पड़ोस के रहने वाले लोगों की भीड़ लग गई। जानकारी के मुताबिक जितेन्द्र पिछले काफी सालों से रेलवे के एक ठेकेदार के साथ रहता था। और पूरा समय उसका काम देखा करता था।