- एक गुट ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करने अभियान का समर्थन किया, दूसरे ने विरोध

Meerut : अवैध होर्डिग व विज्ञापनों को लेकर नगर निगम के विज्ञापन ठेकेदार भी दो फाड़ हो गए हैं। एक गुट ने भीड़ के साथ कमिश्नरी और कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करके डीएम को ज्ञापन दिया तथा हर हाल में अभियान चलवाने की मांग की। उन्होंने अभियान न चलने पर मुख्यमंत्री के जनता दरबार में जाने की चेतावनी भी दी। जबकि दूसरे गुट ने उन्हें अनाधिकृत बताकर तमाम आरोप लगाए हैं।

बुधवार को मेरठ होर्डिग ठेकेदार एसोसिएशन के बैनर तले बड़ी संख्या में लोग कमिश्नरी चौराहे पर पहुंचे तथा नारेबाजी करके अवैध होर्डिग के खिलाफ चल रहे नगर निगम के अभियान को जारी रखने की मांग की। उन्होंने कलेक्ट्रेट में भी प्रदर्शन किया तथा डीएम पंकज यादव से मिलकर ज्ञापन सौंपा। उन्होंने आरोप लगाया कि बीओटी अनुबंध के ठेकेदार ने ख्म् की अनुमति के बावजूद सैकड़ों विशाल यूनिपोल शहर में लगा दिए हैं। उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है। प्रदर्शन में अली शान, प्रबोध कुमार, गौरव शर्मा, चरणदास, सौरभ अग्रवाल, मुकेश गुप्ता, संजय कुमार, नरेंद्र कुमार, अमित जैन व जीशान आदि ठेकेदारों के साथ लगभग एक सौ लोगों की भीड़ मौजूद रही।

प्रदर्शन करने वाले पंजीकृत ठेकेदार नहीं

वहीं नार्दन एडवरटाइजिंग एसोसिएशन के सचिव राजकुमार दीक्षित ने भी डीएम को ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाया है कि मेरठ होर्डिग ठेकेदार एसोसिएशन अपंजीकृत संस्था है। ज्ञापन पर जिन ठेकेदारों ने हस्ताक्षर किए हैं उनमें से केवल एक ठेकेदार निगम में पंजीकृत है। ये ही अवैध रूप से होर्डिग लगाकर निगम को क्षति पहुंचा रहे हैं। सईद सज्जु ने नगर निगम भवनों की छतों पर कब्जा करके विज्ञापन लगा रखे थे। जबकि बीओटी ठेकेदार से निगम को सर्वाधिक लाभ हो रहा है। एसोसिएशन ने ज्ञापन सौंपने वाले लोगों की जांच कराने की मांग भी की।

बीओटी ठेकेदार ने दिया नोटिस

अभिनव एडवरटाइजिंग एजेंसी के मालिक सचिन चौधरी ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से नगर आयुक्त, अधिशासी अभियंता, महापौर और विज्ञापन समिति को कानूनी नोटिस देकर अनुबंध के मुताबिक लगे विज्ञापन पट्टो को नुकसान न पहुंचाने तथा कोर्ट के स्थगन आदेश का पालन करने की अपील की है। साथ ही कार्रवाई की चेतावनी भी।