- बैंक रोड के निर्माण के लिए दो माह पहले हुआ था टेंडर

- 53 लाख रुपए की लागत से होना है निर्माण

- 1 मार्च से गिट्टी बिछाकर ठेकेदार ने बंद किया काम

GORAKHPUR: सिटी की एक वीआईपी सड़क का हालत खस्ता है। यह हालत पिछले ख्ख् दिन से है। इसका जिम्मेदार कोई और नहींठेकेदार की मनमर्जी है। बैंक रोड के निर्माण के लिए दो महीने पहले टेंडर निकाला गया था। यह टेंडर करीब भ्फ् लाख रुपए का था। ठेकेदार ने काम तो शुरू किया, लेकिन अपनी मर्जी से बंद कर दिया। उसने रोड पर गिट्टी बिछा कर छोड़ दिया। इस रोड पर चलने वाले लोग आय दिन घायल हो रहे हैं। ऐसा कोई दिन नहींजाता जब पांच से छह लोग घायल न हो। जब पब्लिक ठेकेदार से इसकी शिकायत करती है तो वह उसे अनसुना कर देता है। वहीं जब लोग इसकी शिकायत नगर निगम के अफसरों से करते हैं तो वे आश्वासन देकर टरका देते हैं। अब तो दबी जुबां से यह कहा जाने लगा है कि कहींइसमें ठेकेदार और निगम के अफसरों की मिलीभगत तो नहींहै।

दिल को बहलाने की कोशिश

काम का नाम- बैंक रोड का निर्माण

लागत- भ्फ् लाख रुपए

फर्म का नाम- गंधर्व कंस्ट्रक्शन

रोड की स्थिति- लगभग डेढ़ किमी लंबाई, फ्0 फीट चौड़ी

यह रोड काफी लंबे समय से टूटी हुई थी। पब्लिक ने इसके लिए काफी बार अफसरों के कहा। काफी मशक्कत के बाद दिसंबर ख्0क्ब् में नगर निगम में इस रोड को निर्माण के लिए टेंडर निकाला। पार्षद मनु जायसवाल का कहना है कि जब ठेकेदार ने फरवरी तक काम शुरू नहींकिया तो इसकी कंप्लेन नगर आयुक्त से की गई। काफी दबाव डालने के बाद ठेकेदार ने ख्8 फरवरी को काम शुरू किया। क् मार्च को बैंक रोड पर एसबीआई एटीएम से लेकर एमजी रोड तक मिट्टी और गिट्टी बिछाने का काम किया। ख् मार्च को अचानक बारिश हो जाने के कारण यह रोड पब्लिक के लिए जानलेवा साबित हो गई। बारिश बंद होने के बाद लोगों को लगा कि रोड बन जाएगी, लेकिन अभी तक रोड नहीं बनी है। स्थिति यह है कि रोड पर बिछाए जाने वाले बोल्डर गाडि़यों के पहिए से टकराकर आसपास की दुकानों पर लगने लगे हैं। वहीं मिट्टी के कारण उस रोड पर चलने वाले लोग दिन भर धूल फांकने को मजबूर हैं।

हर घंटे क् हजार लोगों को हो रही प्रॉब्लम

बैंक रोड की सिटी की सबसे व्यस्ततम सड़कों में से एक है। वर्तमान में फ्0 फीट चौड़ी इस सड़क पर काफी बैंकों की ब्रांचेस है, यही वजह है कि इसे बैंक रोड कहा जाता है। इसके साथ ही यहां कई और व्यावसायिक प्रतिष्ठान हैं। पार्षद का कहना है कि वर्रि्कग डे में इस रोड से हर घंटे करीब एक हजार लोग गुजरते हैं। इसमें अधिकांश बैंक कर्मचारी और बैंकों में आने वाले लोग होते हैं। इसके अलावा टाउनहाल की तरफ आने जाने वाले लोग इस रोड का काफी यूज करते हैं।

कालिंग

पहले तो फिर भी ठीक था कि कहीं-कहीं गड्ढे थे, लेकिन जब से गिट्टी गिरी है तब से इतनी प्रॉब्लम हो रही है कि रास्ते पर डर लगता है। न जाने कब किस गाड़ी के चक्के से गिट्टी से निकल कर लग जाए।

गीता गुप्ता, प्रोफ्रेशनल

इस रोड पर इतनी धूल उड़ती है कि यहां चलना मुश्किल है। जिन्हें सांस की प्रॉब्लम है उनके लिए तो यहां से गुजरना जानलेवा हो सकता है। दो दिन अगर इस से आना-जाना पड़ जाए तो आंख खराब हो जाएगी।

रंभा देवी, हाउस वाइफ

दुकान में तो इतनी अधिक प्रॉब्लम होने लगी है कि दिन भर धूल साफ करते-करते परेशान हो जाते हैं। कई बार तो कस्टमर यह कह कर वापस जाने लगे हैं कि सामान पुराना हो गया है।

कार्तिक सिंह, दुकानदार

पब्लिक ने कंप्लेन की थी कि रोड पर गिट्टी बिछाकर छोड़ दी गई है। इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। कंप्लेन मिलने के बाद संडे को रोड का निरीक्षण किया गया। ठेकेदार को कारण बताओ नोटिस दे दिया गया है। इसके साथ फ्0 मार्च तक किसी भी हालत में रोड बनाने के लिए निर्देश दिया गया है। अगर रोड फ्0 मार्च तक रोड नहीं बनती है तो फर्म पर कार्रवाई की जाएगी।

राजेश कुमार त्यागी, नगर आयुक्त

गिट्टी न मिलने के कारण काम नहीं हो पा रहा था। नगर आयुक्त से इस प्रॉब्लम को अवगत करा दिया गया है। गिट्टी मिल गई है, एक सप्ताह में रोड बन जाएगी।

सूरज चौधरी, मैनेजर, गंधर्व कंस्ट्रक्शन कंपनी