-पीडब्ल्यूडी आफिस में पहुंचने ही वाला था कांट्रेक्टर, घटना बताते वक्त रो पड़ा

-हाथ में रह गई बैग की बेल्ट, 25 साल से पैदल ही लेकर निकलते थे रुपए

BAREILLY: मंगली राम करीब 25 साल से हैंड बैग में रुपए लेकर पैदल ही जाते थे, लेकिन कभी कोई वारदात नहीं हुई। आज भी यदि पांच मिनट और मिलते तो शायद वह लुटने से बच जाते। क्योंकि उनका आफिस चंद कदम की दूरी पर रह गया था। वारदात के बाद मंगली राम काफी परेशान हैं। वह एसपी सिटी व एसपी क्राइम के सामने वारदात को बताते हुए रो भी पड़े। उनके हाथ में बैग की बेल्ट बची, जिसे भी उन्होंने अधिकारियों काे दिखाया।

आफिस के शख्स ने की रेकी

मंगली राम ने बताया कि उनके बच्चे अक्सर कहते थे कि पिता जी बड़ा बैग लेकर निकला करें। किसी के साथ जाया करें, लेकिन वह सामान्य व्यक्ति की तरह निकलते थे। वह बहेड़ी तक बस में भी हाथ में ही रुपए लेकर जाते थे। वह बैंक से आफिस तक हमेशा पैदल ही जाते थे। ऐसे में पुलिस को शक है कि कहीं न कहीं आफिस से ही किसी ने कोई रेकी की है। पुलिस जल्द ही पीडब्ल्यूडी आफिस से जुड़े लोगों से भी पूछताछ कर सकती है। पुलिस बैंक में लगे सीसीटीवी फुटेज से भी संदिग्ध की तलाश में लग गई है।

चार दिन पहले भी हुई वारदात

सर्किट हाउस के पास 4 दिन पहले भी वारदात स्थल से 50 मीटर दूर आरके ज्वेलर्स की शॉप में वारदात हुई थी। यहां से बाइक सवार ग्राहक बनकर ढाई लाख की कीमत की 8 चैन लूटकर ले गए थे। यही नहीं करीब 1 साल पहले क्रेज ब्यूटी पार्लर के बगल की शॉप उमा ज्वेलर्स के यहां भी चोरों ने वारदात को अंजाम दिया था। इसके अलावा भी इस एरिया में कई बड़ी वारदातें हो चुकी हैं, लेकिन इसके बावजूद यहां पुलिस के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं। जबकि आसपास कई अधिकारियों के आफिस भी हैं।

वारदात के बाद ही क्यों चेकिंग

जब भी कोई वारदात होती है तो पुलिस की ओर से बाइक सवारों की चेकिंग का अभियान चलाया जाता है। पुलिस कई संदिग्धों को पकड़ती भी लेकिन बदमाश हत्थे नहंी चढ़ते हैं। जबकि सामान्य दिनों में पुलिस किसी भी संदिग्ध को चेक करने पर ज्यादा ध्यान नहीं देती है। पुलिस हेड क्वार्टर से चेकिंग का आदेश आता है तो सिर्फ चालान काटकर इतिश्री कर ली जाती है।