- बागपत के ठेकेदार ने भुगतान न होने पर अन्न-जल त्यागकर किया अनशन

- अफसरों ने एक माह में सभी समस्याएं हल करने का दिया आश्वासन

Meerut: गत पांच वर्षो में किए गए कार्यो का भुगतान न होने के विरोध में तथा विभाग में भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी का आरोप लगाते हुए बिजली ठेकेदार ने गुरुवार को एमडी पश्चिमांचल ऑफिस पर अन्न-जल त्यागकर अनशन किया तथा भीख मांगी। इसके साथ मौजूद ठेकेदारों की पुलिस से जमकर झड़प हुई। पावर अफसरों ने उसकी समस्याओं का एक माह में समाधान करने का आश्वासन देकर अनशन समाप्त कराया।

फरियाद लेकर बैठा ठेकेदार

पूर्व घोषणा के मुताबिक, बागपत में ऊर्जा निगम के कार्य करने वाली फर्म रूहेला ट्रेडर्स के मालिक गुरुचरणरूहेला गुरुवार दोपहर करीब क्ख् बजे साथी ठेकेदारों के साथ एमडी ऑफिस पर पहुंचे। अपनी मांगों के साथ भीख की फरियाद का बैनर गले में पहनकर उन्होंने प्रदर्शन किया। हाथ में कटोरा लेकर भीख मांगी। इस दौरान पुलिस ने विरोध किया, तो ठेकेदारों की पुलिस से झड़प हुई। वहां हंगामा खड़ा हो गया, तो खुद थाना प्रभारी भी पहुंच गए।

शोषण का आरोप

हंगामा बढ़ता देख एमडी ने स्टाफ अफसर एसके गुप्ता, मेरठ जोन के मुख्य अभियंता बीएम कोहली, अधीक्षण अभियंता बागपत राजेंद्र कुमार तथा वरिष्ठ कार्मिक अधिकारी प्रदीप कुमार को ठेकेदारों से वार्ता के लिए भेजा। इन अधिकारियों को गुरुचरण, शिवकुमार शर्मा, अरशद खान, मनोज नागर आदि ठेकेदारों तथा आप नेता नरेश शर्मा ने बताया कि विभागीय अधिकारी ठेकेदारों का शोषण कर रहे हैं। भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी में ठेकेदार बर्बाद हो रहे हैं। उनका भुगतान नहीं किया जा रहा है।

समाधान का आश्वासन

गुरुचरण ने बताया कि उनका पांच साल से भुगतान नहीं किया जा रहा है। अफसरों ने उनके एक-एक कार्य की जानकारी ली, साथ ही इन कार्यो के लिए विद्युत स्टोर से प्राप्त की गई सामग्री संबंधी दस्तावेज मांगे। हाल ही में नियुक्त हुए मुख्य अभियंता बीएम कोहली व अन्य अफसरों ने एक माह में सभी मुद्दों का समाधान करने की घोषणा की। इसके बाद ठेकेदारों का प्रदर्शन और अनशन समाप्त हुआ।

इन्होंने कहा

ठेकेदार के चार कार्य ऐसे हैं, जिनका भुगतान नहीं हुआ है। उनके दस्तावेज मांगे गए हैं। अधिकारियों को जल्द से जल्द सभी कार्यो का भौतिक सत्यापन करके क्भ् दिन के भीतर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। एक महीने में इस मामले को निपटा दिया जाएगा।

-एसके गुप्ता

स्टॉफ अफसर एमडी, पश्चिमांचल