- सभी 30 ट्यूटर को मिला नोटिस, 31 मई तक का समय

- इससे पहले नौकरी से निकाले गए थे 40 डेलीवेज कर्मचारी

- कभी भी जा सकती है सैकड़ों अन्य कर्मचारियों की नौकरी

Meerut: सीसीएस यूनिवर्सिटी के फ्0 कांट्रेक्ट बेस्ड ट्यूटर्स को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। इन सभी को नोटिस मिल गया है, फ्क् मई से इनकी सेवाएं खत्म हो जाएंगी। इससे पहले भी भ्00 संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति को अवैध करार दिया जा चुका है। कभी भी इन्हें पद से हटाया जा सकता है।

यूनिवर्सिटी में खलबली

कांट्रेक्ट बेस्ड ट्यूटर्स की सेवाएं समाप्त करने की कार्रवाई से यूनिवर्सिटी में खलबली मच गई है। इससे कई विभाग प्रभावित होने की आशंका है, मगर यूनिवर्सिटी प्रशासन का दावा है कि कुछ नए प्रोफेसर्स की नियुक्ति से व्यवस्था पर कोई असर नहीं पड़ेगा। दरअसल सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर यूजीसी ने यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में पढ़ा रहे ट्यूटर के लिए पीएचडी के साथ नेट की योग्यता को अनिवार्य कर दिया है। जिन फ्0 ट्यूटर्स की सेवाएं समाप्त हो रही हैं, उनमें से अधिकांश सिर्फ पीएचडी हैं, नेट क्वालीफाई नहीं है। ये ट्यूटर सुप्रीम कोर्ट की रुलिंग के अनुसार अर्हता नहीं रखते। इसके अलावा यूनिवर्सिटी में कुछ नई नियुक्तियां भी हुई हैं, जिस कारण प्रबंधन कांट्रेक्ट बेस्ट ट्यूटर को हटा रहा है।

पहले ये भी गए

यूनिवर्सिटी में भ्00 डेलीवेज कर्मचारी हैं। जिनमें करीब ब्0 महिला कर्मचारियों को लगभग डेढ़ माह पहले निकाला जा चुका है। ये महिलाएं परिसर में बगीचे और पेड़-पौधों की देखभाल करती थीं। कुछ तो ख्0 साल से काम कर रही थीं। बाकी कर्मचारियों की नियुक्ति को भी अवैध बताया गया है। ये कर्मचारी कभी भी यूनिवर्सिटी से बाहर किए जा सकते हैं।

अब कहां जाएं

यूनिवर्सिटी में कर्मचारियों पर लगातार गिर रही गाज से सभी परेशान हैं। पहले ही भ्00 संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति को अवैध करार दिया जा चुका है। जिनको कब यहां से निकाल दिया जाएगा, पता नहीं। इन कर्मचारियों में काफी तो क्ख्-क्भ् साल से नौकरी कर रहे हैं, जो परमानेंट होने का ख्वाब देख रहे थे। इनमें से फ्क् का नाम परमानेंट की लिस्ट में भी आ गया है, लेकिन इस लिस्ट से भी कुछ को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया, जिससे कर्मचारियों में रोष है और परेशानी भी बढ़ती नजर आ रही है।

यूनिवर्सिटी में टीचिंग स्टाफ

प्रोफेसर - ख्म्

एसोसिएट प्रोफेसर - क्फ्

भर्ती और प्रमोशन से आए - ब्0

कांट्रेक्ट बेस ट्यूटर - फ्0

लॉ एंड इंजीनियरिंग को मिलाकर ट्यूटर - क्00 से अधिक

- लॉ एंड इंजीनियरिंग को छोड़कर सभी को मिला नोटिस

- फ्क् मई को सभी कर दिए जाएंगे बाहर

विभाग होंगे प्रभावित

जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन, भूगोल, माइक्रोबायलॉजी, केमेस्ट्री, बॉटनी, जूलॉजी आदि

जहां हमने कमी के चलते ट्यूटर लगाए हुए थे, उनको भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के चलते फ्क् मई तक का समय दिया गया है। लॉ और इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट को छोड़कर सभी को नोटिस दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट की रुलिंग के अनुसार भी ये ट्यूटर इलिजिबल नहीं थे। इसलिए इनको हटाया जा रहा है।

-प्रो। एचएस सिंह

प्रोवीसी, सीसीएस यूनिवर्सिटी