लापरवाही पर 500 रुपए जुर्माना
जी हां, वहीं इंटर सेप्टर व्हीकल जिसके अंदर एडवांस टेक्नोलाजी की मदद से ट्रैफिक पुलिस स्पीड से आने वाली गाडिय़ों की स्पीड चेक करता है। ट्रैफिक पुलिस अब इंटर सेप्टर की मदद से शहर में बाइक लेकर फर्राटा भरने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने में जुट गई है। जरा सी लापरवाही में अगर आप गाड़ी चलाते हुए मिल गए तो आपको 500 रुपए तक जुर्माना देना पड़ सकता है। गलती से ड्रिंक करके गाड़ी चलाते हुए मिल गए तो हजारों की चपत लग जाएगी. 

चौफटका में शुरू हुई checking
ट्यूजडे को ट्रैफिक इंस्पेक्टर इंद्रपाल सिंह ने इलाहाबाद हाईकोर्ट से आगे और चौफटका के पहले इंटर सेप्टर की मदद से गाडिय़ों की चेकिंग शुरू की। सिविल लाइंस के रहने वाले राजेश अपनी बाइक से फर्राटा भरते हुए सामने दिखे। इंटर सेप्टर से पता चला कि गाड़ी की स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटा है। ऐसे में राजेश ट्रैफिक रूल्स फॉलो न करने पर फंस गए। राजेश को पता नहीं था कि बाइक स्पीड में चलाना भी ट्रैफिक रूल्स को फालो न करना है.
 
हो जाएं alert 
दरअसल ये कहानी सिर्फ राजेश की नहीं है। बल्कि ज्यादातर लोग ट्रैफिक रूल्स को फालो नहीं कर रहे हैं। जब गाडिय़ों की चेकिंग शुरू होती है और जुर्माना भरते हैं तब उन्हें अपनी गलती का एहसास होता है। ट्रैफिक पुलिस आजकल डेली ही शहर के विभिन्न एरियाज में इंटर सेप्टर की मदद से गाडिय़ों की चेकिंग में जुटी है। इसमें न केवल स्पीड बल्कि ड्रिंक करके गाड़ी चलाने वाले और ट्रिपलिंग करके फर्राटा भरने वाले ही टारगेट में हैं. 

काम नहीं आएगा जैक 
सबसे बड़ी बात यह है कि इस बार गाडिय़ों की चेकिंग इंटर सेप्टर से होने के कारण पुलिस के आप साइंटिफिक एविडेंस हैं। ऐसे में ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई में आपका जैक काम नहीं आएगा। दरअसल, चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस की चेकिंग के दौरान हर कोई अपना रसूख ट्रैफिक पुलिस को दिखाता है। चालान या जुर्माना देने से पहले ही फोन से बात करने की धमकी देता है। ऐसे में इंटर सेप्टर के आने के बाद ट्रैफिक पुलिस को भी बड़ी राहत मिली है. 

Maxium 40 की speed
आपको यह जान कर हैरानी हो सकती है कि शहर में आप बाइक लेकर 40 की स्पीड से ज्यादा नहीं चल सकते हैं। ट्रैफिक इंस्पेक्टर इंद्रपाल सिंह ने बताया कि शहर में अलग-अलग रोड पर अलग-अलग स्पीड से गाड़ी चलाने का बोर्ड लगा हुआ है। वैसे आप कहीं भी 40 से ज्यादा की स्पीड से अपनी बाइक नहीं चला सकते हैं। कुछ यही स्थिति कार की भी है। सेंट मैरी और जीटी रोड पर स्पीड लिमिट यही है। हां हाईवे और शहर से बाहर निकलने वाली सड़कों पर स्पीड की लिमिट थोड़ी बढ़ जाती है। इसलिए ध्यान रखें कि पुराने शहर में बाइक या कार लेकर फर्राटा न भरें तो ही अच्छा है. 

हो सकती है जेब ढीली
गाड़ी का पेपर नहीं है उसके कहीं ज्यादा प्राब्लम आपको टै्रफिक रूल्स को फॉलो न करने पर हो सकती है। अगर आप बाइक से फर्राटा भर रहे हैं और जिग जैक से बाइक चला रहे हैं तो आपको 500 रुपए बतौर जुर्माना देना होगा। अगर नार्मल स्पीड से ज्यादा तेज गाड़ी चला रहे हैं तो 300 रुपए जुर्माना और सामान ट्रैफिक रूल्स तोड़ रहे हैं तो 200 रुपए तक जुर्माना वसूला जा रहा है.

डेली ही शहर के अलग-अलग जगहों पर इंटर सेप्टर से गाडिय़ों की चेकिंग की जा रही है। पब्लिक को अवेयर किया जा रहा है। उन्हें यह भी बताया जा रहा है कि ट्रैफिक रूल्स को फॉलो न करने पर सिर्फ उनका ही नुकसान है. 
इंद्र पाल सिंह
टै्रफिक इंस्पेक्टर 


क्या हैं खूबियां 
इंटरसेप्टर वाहन को इन्टिग्रा कंपनी प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली द्वारा डिजाइन किया गया है। इसकी कीमत करीब 25 लाख रुपए है। इसमें सभी उपकरण एडवांस टेक्नोलाजी पर आधारित हैं। इसका मुख्य कार्य ट्रैफिक इंफोर्समेंट, ट्रैफिक मैनेजमेंट, एक्सीडेंट मैनेजमेंट और ट्रैफिक सर्विलांस है। यह इंटरसेप्टर वाहन लेजर वीडियो सिस्टम पर आधारित है, जिसमें दो कैमरे लगे हुए हैं। एक कैमरा लेजर वीम को समाने से 500 मीटर दूर से आ रहे वाहन से टकराने के बाद दूसरे कैमरे में गति मापकर डीवीआर सिस्टम को सूचित करेगा कि वाहन की गति क्या है। इस तरह से आसानी से पता चल जाता है कि सामने से आ रही व्हीकल की स्पीड क्या है।  

इंटरसेप्टर में ये हैं टेक्नोलॉजी
लेजर बेस ट्रैफिक स्पीड वीडियो सिस्टम
वीडियो प्रिंटर 
एचडीडी डिजिटल रिकार्डिंग 
कलर वीडियो एलसीडी मानीटर 
ब्रेथ एल्कोहल एनालाइजर विथ वायरलेस प्रिंटर
रूफ लाइट वार
सायरन कम पीए सिस्टम विथ माइक्रोफोन
कस्टम माउंटिंग फार लेजर वीडियो सिस्टम 

लापरवाही पर 500 रुपए जुर्माना

जी हां, वहीं इंटर सेप्टर व्हीकल जिसके अंदर एडवांस टेक्नोलाजी की मदद से ट्रैफिक पुलिस स्पीड से आने वाली गाडिय़ों की स्पीड चेक करता है। ट्रैफिक पुलिस अब इंटर सेप्टर की मदद से शहर में बाइक लेकर फर्राटा भरने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने में जुट गई है। जरा सी लापरवाही में अगर आप गाड़ी चलाते हुए मिल गए तो आपको 500 रुपए तक जुर्माना देना पड़ सकता है। गलती से ड्रिंक करके गाड़ी चलाते हुए मिल गए तो हजारों की चपत लग जाएगी. 

चौफटका में शुरू हुई checking

ट्यूजडे को ट्रैफिक इंस्पेक्टर इंद्रपाल सिंह ने इलाहाबाद हाईकोर्ट से आगे और चौफटका के पहले इंटर सेप्टर की मदद से गाडिय़ों की चेकिंग शुरू की। सिविल लाइंस के रहने वाले राजेश अपनी बाइक से फर्राटा भरते हुए सामने दिखे। इंटर सेप्टर से पता चला कि गाड़ी की स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटा है। ऐसे में राजेश ट्रैफिक रूल्स फॉलो न करने पर फंस गए। राजेश को पता नहीं था कि बाइक स्पीड में चलाना भी ट्रैफिक रूल्स को फालो न करना है।

 हो जाएं alert 

दरअसल ये कहानी सिर्फ राजेश की नहीं है। बल्कि ज्यादातर लोग ट्रैफिक रूल्स को फालो नहीं कर रहे हैं। जब गाडिय़ों की चेकिंग शुरू होती है और जुर्माना भरते हैं तब उन्हें अपनी गलती का एहसास होता है। ट्रैफिक पुलिस आजकल डेली ही शहर के विभिन्न एरियाज में इंटर सेप्टर की मदद से गाडिय़ों की चेकिंग में जुटी है। इसमें न केवल स्पीड बल्कि ड्रिंक करके गाड़ी चलाने वाले और ट्रिपलिंग करके फर्राटा भरने वाले ही टारगेट में हैं. 

काम नहीं आएगा जैक 

सबसे बड़ी बात यह है कि इस बार गाडिय़ों की चेकिंग इंटर सेप्टर से होने के कारण पुलिस के आप साइंटिफिक एविडेंस हैं। ऐसे में ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई में आपका जैक काम नहीं आएगा। दरअसल, चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस की चेकिंग के दौरान हर कोई अपना रसूख ट्रैफिक पुलिस को दिखाता है। चालान या जुर्माना देने से पहले ही फोन से बात करने की धमकी देता है। ऐसे में इंटर सेप्टर के आने के बाद ट्रैफिक पुलिस को भी बड़ी राहत मिली है. 

Maxium 40 की speed

आपको यह जान कर हैरानी हो सकती है कि शहर में आप बाइक लेकर 40 की स्पीड से ज्यादा नहीं चल सकते हैं। ट्रैफिक इंस्पेक्टर इंद्रपाल सिंह ने बताया कि शहर में अलग-अलग रोड पर अलग-अलग स्पीड से गाड़ी चलाने का बोर्ड लगा हुआ है। वैसे आप कहीं भी 40 से ज्यादा की स्पीड से अपनी बाइक नहीं चला सकते हैं। कुछ यही स्थिति कार की भी है। सेंट मैरी और जीटी रोड पर स्पीड लिमिट यही है। हां हाईवे और शहर से बाहर निकलने वाली सड़कों पर स्पीड की लिमिट थोड़ी बढ़ जाती है। इसलिए ध्यान रखें कि पुराने शहर में बाइक या कार लेकर फर्राटा न भरें तो ही अच्छा है. 

हो सकती है जेब ढीली

गाड़ी का पेपर नहीं है उसके कहीं ज्यादा प्राब्लम आपको टै्रफिक रूल्स को फॉलो न करने पर हो सकती है। अगर आप बाइक से फर्राटा भर रहे हैं और जिग जैक से बाइक चला रहे हैं तो आपको 500 रुपए बतौर जुर्माना देना होगा। अगर नार्मल स्पीड से ज्यादा तेज गाड़ी चला रहे हैं तो 300 रुपए जुर्माना और सामान ट्रैफिक रूल्स तोड़ रहे हैं तो 200 रुपए तक जुर्माना वसूला जा रहा है।

 

डेली ही शहर के अलग-अलग जगहों पर इंटर सेप्टर से गाडिय़ों की चेकिंग की जा रही है। पब्लिक को अवेयर किया जा रहा है। उन्हें यह भी बताया जा रहा है कि ट्रैफिक रूल्स को फॉलो न करने पर सिर्फ उनका ही नुकसान है. 

इंद्र पाल सिंह

टै्रफिक इंस्पेक्टर 

क्या हैं खूबियां 

इंटरसेप्टर वाहन को इन्टिग्रा कंपनी प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली द्वारा डिजाइन किया गया है। इसकी कीमत करीब 25 लाख रुपए है। इसमें सभी उपकरण एडवांस टेक्नोलाजी पर आधारित हैं। इसका मुख्य कार्य ट्रैफिक इंफोर्समेंट, ट्रैफिक मैनेजमेंट, एक्सीडेंट मैनेजमेंट और ट्रैफिक सर्विलांस है। यह इंटरसेप्टर वाहन लेजर वीडियो सिस्टम पर आधारित है, जिसमें दो कैमरे लगे हुए हैं। एक कैमरा लेजर वीम को समाने से 500 मीटर दूर से आ रहे वाहन से टकराने के बाद दूसरे कैमरे में गति मापकर डीवीआर सिस्टम को सूचित करेगा कि वाहन की गति क्या है। इस तरह से आसानी से पता चल जाता है कि सामने से आ रही व्हीकल की स्पीड क्या है।  

 

इंटरसेप्टर में ये हैं टेक्नोलॉजी

लेजर बेस ट्रैफिक स्पीड वीडियो सिस्टम

वीडियो प्रिंटर 

एचडीडी डिजिटल रिकार्डिंग 

कलर वीडियो एलसीडी मानीटर 

ब्रेथ एल्कोहल एनालाइजर विथ वायरलेस प्रिंटर

रूफ लाइट वार

सायरन कम पीए सिस्टम विथ माइक्रोफोन

कस्टम माउंटिंग फार लेजर वीडियो सिस्टम