-हत्या के जुर्म में सेंट्रल जेल में आजीवन कैद की सजा काट रहा था

-27 मई से जेल में तबीयत खराब होने पर भेजा गया था डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल

<-हत्या के जुर्म में सेंट्रल जेल में आजीवन कैद की सजा काट रहा था

-ख्7 मई से जेल में तबीयत खराब होने पर भेजा गया था डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल

BAREILLY BAREILLY :

हत्या के जुर्म सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे मुरादाबाद निवासी एक बुजुर्ग की थर्सडे बीमारी के चलते मौत हो गई। कैदी ख्7 मई से सांस की बीमारी से ग्रसित था। जिसके कारण उसे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल और बाद में जेल हॉस्पिटल में एडमिट रखा गया था। सुबह हालत बिगड़ने पर जेल हॉस्पिटल से उसे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल रेफर किया गया था, लेकिन शहर पहुंचने के एक घंटे बाद ही उसकी मौत हो गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। जेल प्रशासन ने मुरादाबाद जिला प्रशासन के जरिए परिजन को सूचना भ्ोजी है।

सांस रोग से था पीडि़त

कैदी रामअवतार म्क् वर्ष मुरादाबाद में बिलारी क्षेत्र के भौंडा गांव का निवासी था। गांव में ही हत्या के एक मामले में मुरादाबाद जिला अदालत ने ख्म् जनवरी क्988 को उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। क्8 फरवरी क्988 को बरेली सेंट्रल जेल में स्थानांतरित किया गया था। तब से यहीं पर बंद था। जेल प्रशासन के मुताबिक करीब एक वर्ष से सांस रोग और अन्य गंभीर बीमारियों से पीडि़त था। इसी साल ख्7 मई को तबीयत बिगड़ने पर उसे जेल से डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। वहां से कुछ दिन बाद सुधार होने पर जेल पहुंचा था। मई से ख्फ् अक्टूबर तक सीएमओ के परामर्श पर जेल के हॉस्पिटल में ही उसका इलाज चल रहा था। ख्फ् अक्टूबर से ख्8 अक्टूबर तक फिर जेल हॉस्पिटल में एडमिट रहा था। सुबह उसे फिर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल भेजा था, लेकिन मौत ने इस बार उसे वापस जेल नहीं भेजा।

भतीजा ही लेता था हालचाल

जेल सूत्रों के मुताबिक पिछले क्ब् वर्षो से रामअवतार से मिलने या उसकी खैर-खबर लेने न तो उसकी पत्नी और न ही बच्चे आए। केवल एक भतीजा ही संपर्क में था। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में भर्ती रहने के दौरान सूचना पर केवल भतीजा ही पहुंचा था।